पश्चिमी उत्तर प्रदेश की नगीना लोकसभा सीट, जिसे शांतिपूर्णता की खान कहा जाता है, वास्तव में राजनीतिक मुकाबलों का एक ज्वलंत केंद्र है। यहां के मतदाता अधिकांशतः बाहरी प्रत्याशियों के साथ-साथ हर बार नई राजनीतिक दलों और उनके प्रत्याशियों का भी साथ देते हैं।
तीन चुनावों में यहां की जनता ने अपनी विशेष पहचान का प्रदर्शन करते हुए, दो बार बाहरी प्रत्याशियों को चुना है, जबकि तीनों चुनावों में नगीना की जनता ने हर बार नई पार्टियों और उनके प्रत्याशियों को जीताकर संसद में भेजा है। इस सीट पर होने वाले चुनाव कठिन और रोचक होंगे, जहां राजनीतिक दलों के बीच होगा मुकाबला और नगीना की जनता एक बार फिर अपनी राजनीतिक दक्षता का परिचय देगी।
इस बार के चुनाव में भाजपा, सपा व बसपा के अलावा आजाद समाज पार्टी भी पहली बार चुनाव की मुख्य लड़ाई में कूदी है। ऐसे में इस सीट पर इस बार चुनाव और भी दिलचस्प होगा। वहीं बसपा ने अपने चुनावी मैदान में उतरने का आगाज भी इसी सीट से करने का फैसला लिया है।
पार्टी में तभी से कयास लगाए जाने लगे थे कि आकाश आनंद ही मायावती के उत्तराधिकारी होंगे। वहीं पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी बसपा नेता आकाश आनंद को स्टार प्रचारक बनाए जाने से समर्थक खुश हैं। उनका मानना है कि निश्चित रूप से युवा आकाश आनंद बहन जी के साथ मिलकर पार्टी को मजबूत करेंगे।