12 अप्रैल से उत्तर प्रदेश के आगरा में लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार नामांकन करेंगे। भाजपा और बसपा ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा की है। गठबंधन में शामिल कांग्रेस ने फतेहपुर सीकरी सीट पर अपने उम्मीदवार की घोषणा की है, लेकिन सुरक्षित आगरा की सीट पर साइकिल को उम्मीदवार नहीं मिल रहा है।
पिछले 15 दिनों से सपा में टिकट को लेकर अनिश्चितता बढ़ रही है। पूर्व मंत्री के पुत्र के लिए सहमति का माहौल बनाने की कोशिशें जारी हैं। एक सपा सांसद ने पूर्व मंत्री के पुत्र को टिकट नहीं देने का विरोध किया है। सपा की एक महिला नेता भी टिकट की लड़ाई में शामिल हो गई थी, लेकिन अब पीछे हट लिया है। खटीक समाज से भी दावा किया जा रहा है, लेकिन कोई निश्चित नतीजा नहीं निकल रहा है।
अभी स्थिति यह है कि साइकिल का सवार निर्धारित नहीं हो रहा है। उसके अतिरिक्त, कई नेताओं को वर्तमान राजनीतिक हालात से डर लग रहा है, और ऐसा लगता है कि अगर सपा की आगरा सीट के लिए तैयारी नहीं होती है, तो उनकी स्थिति खतरे में हो सकती है। पहले तो सिनेमा के सितारे राजबब्बर के ग्लैमर ने उन्हें उत्साहित किया था, लेकिन अब उन्हें यह महसूस हो रहा है कि साइकिल का जनाधार ग्लैमर से कम है।