कांग्रेस अभी भी हरिद्वार और नैनीताल सीटों पर प्रत्याशियों के चयन में उलझी हुई है, और इसके बारे में जनता के बीच बहुत ही बहस चल रही है। कई नाम आम लोगों के मुँह पर हैं, लेकिन अब भी निर्णय नहीं हुआ है। उत्तराखंड को इस मसले में शामिल न करने का निर्णय केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में लिया गया, जिससे कि यह मुद्दा और भी गहराई से उठा रहा है।
भाजपा ने पांचों लोकसभा सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों का चयन किया है, लेकिन कांग्रेस के लिए हरिद्वार और नैनीताल सीटों पर उम्मीदवारों का चयन अभी बाकी है। केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में हरिद्वार और नैनीताल सीटों के लिए उम्मीदवारों का ऐलान होने की संभावना है। पहले प्रदेश प्रभारी शैलजा कुमारी ने प्रदेश के शीर्ष नेताओं के साथ बैठक की, लेकिन अभी तक उम्मीदवारों का चयन अटका हुआ है। उम्मीदवारों के नाम पर पार्टी नेताओं के बीच आपसी खींचतान के कारण सहमति नहीं बन रही है।
सूत्रों के अनुसार, हरिद्वार सीट से पूर्व सीएम हरीश रावत अपने बेटे वीरेंद्र रावत के लिए टिकट की मांग कर रहे हैं, जबकि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा का कहना है कि यहां से हरिश रावत खुद ही चुनाव लड़ें। इसके अलावा, नैनीताल सीट से यशपाल आर्य, महेंद्र पाल, रणजीत रावत के नाम पर चर्चा हो रही है।