अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर हुए हमले के मामले में बड़ी खबर सामने आई है. यूएस सीक्रेट सर्विस चीफ किंबर्ली चीटल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने ट्रंप की सुरक्षा में हुई चूक की जिम्मेदारी ली थी.
किंबरले चीटल ने सोमवार को संसद में अपनी पेशी के दौरान कहा कि उनकी एजेंसी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सुरक्षा के अपने मिशन में नाकाम रही. बता दें कि 13 जुलाई को एक जनसभा को संबोधित करने के दौरान डोनाल्ड ट्रंप पर जानलेवा हमला हुआ था, जिसमें वो बाल-बाल बच गए थे. गोली उनके कान को छूकर निकल गई थी.
डोनाल्ड ट्रंप पर हमले के बाद से ही किंबरले चीटल पर इस्तीफा देने के लिए दबाव बनाया जा रहा था. डेमोक्रेटिक पार्टी और रिपब्ल्किन पार्टी के सांसद उनके इस्तीफे की मांग कर रहे हैं. इसके बाद किंबरले चीटल संसद में पेश हुईं और उन्होंने ट्रंप पर हुए हमले को दशकों में सीक्रेट सर्विस की ‘सबसे बड़ी सुरक्षा विफलता’ करार दिया.
चीटल ने माना कि ट्रंप पर हुए हमले से पहले एजेंसी को 2 से 5 बार पूर्व राष्ट्रपति की रैली में संदिग्ध व्यक्ति के होने के बारे में बताया गया था. उन्होंने कहा कि वह पेनसिल्वेनिया रैली में हुई सुरक्षा संबंधी विफलता के लिए पूरी जिम्मेदारी लेती हैं. बता दें कि किंबर्ली चीटल 28 सालों से यूएस सीक्रेट सर्विस में काम कर रही थीं.
किंबर्ली चीटल ने मंगलवार सुबह एजेंसी के कर्मचारियों को लिखे पत्र में अपने इस्तीफे की घोषणा की. उन्होंने पत्र में लिखा, ‘मैंने हमेशा इस एजेंसी की जरूरतों को प्राथमिकता दी है और आगे भी रखूंगी. हाल की घटना के मद्देनजर भारी मन से मैंने अपने डायरेक्टर के पद से हटने का कठिन फैसला लिया है.’ चीटल ने बताया कि उन्होंने ये कदम इस्तीफा देने को लेकर बढ़ती मांगों की वजह से उठाया है.