इजराइल और हमास के बीच गाजा में युद्धविराम को हुए समझौते के बाद भी युद्धविराम में देरी हो रही है. क्योंकि हमास ने अभी तक इजराइल की शर्तों को पूरा नहीं किया है. ये जानकारी इजराइली सेना के प्रवक्ता ने दी है. बता दें कि सीजफायर की शर्तों के तहत हमास को इजराइल को बंधकों की सूची देनी थी लेकिन हमास ने अभी तक बंधकों की लिस्ट इजराइल को नहीं है. जिसके चलते युद्धविराम पर संकट के बादल छाने लगे हैं. बता दें कि युद्धविराम का पहला चरण आज (रविवार) सुबह स्थानीय समयानुसार साढ़े आठ बजे शुरू होने था.
युद्धविराम कोलेकर इजरायली सैन्य प्रवक्ता डेनियल हगारी ने रविवार को कहा कि इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम के कार्यान्वयन में देरी हुई, क्योंकि हमास ने पहले दिन रिहा होने वाले बंधकों की सूची इजरायल को भेजने का अपना दायित्व पूरा नहीं किया है. जैसे ही संघर्ष विराम शुरू होने का निर्धारित समय सुबह 8.30 बजे (0630 GMT) बीत गया, इजरायली टैंकों ने एक बार फिर से गाजा में गोलाबारी शुरू कर दी.
स्थानीय टेलीविजन पर प्रसारित एक संक्षिप्त संबोधन में हगारी ने कहा कि, राजनीतिक क्षेत्र ने सेना को कार्यान्वयन में देरी करने का निर्देश दिया था और जब तक युद्धविराम प्रभावी नहीं हुआ, उसने गाजा पट्टी में हमले जारी रखने की स्वतंत्रता बरकरार रखी है. हगारी ने कहा कि सेना युद्धविराम लागू करने के लिए पूरी तरह से तैयार है, जिससे 15 महीने के युद्ध के संभावित अंत का रास्ता खुल जाएगा, लेकिन अगर हमास ने समझौते की शर्तों को तोड़ा तो वह कार्रवाई करने के लिए भी तैयार है.
युद्धविराम के बीच बंधकों की सूची नहीं मिलने पर इजराइली सेना ने रविवार सुबह एक बार फिर से बमबारी की. जिसमें आठ लोगों के मारे जाने की खबर है. बताया जा रहा है कि इस हमले में 25 लोग घायल भी हुए हैं. इज़रायली सेना के प्रवक्ता ने कहा है कि सेना “गाजा पर हमला जारी रखे हुए है” और अगर हमास द्वारा समझौते की शर्तों को “तोड़ा” जाता है तो वह जवाब देने के लिए “पूरी तरह से तैयार” है. इससे पहले रविवार को, आईडीएफ बलों ने गाजा के राफा से मिस्र और गाजा के बीच की सीमा पर फिलाडेल्फी गलियारे से हटना शुरू कर दिया था.
वहीं गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, 15 महीने लंबे युद्ध को समाप्त करने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका, कतर और मिस्र द्वारा मध्यस्थ तीन चरण के युद्धविराम समझौते का हिस्सा है, जिसमें लगभग 47,000 फिलिस्तीनी मारे गए हैं. गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि समझौते के बाद गाजा पर इजरायल के लगातार हमलों में कथित तौर पर 70 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं.