स्वीडन के वैज्ञानिक स्वंते पाबो को फिजियोलॉजी/मेडिसिन के लिए नोबेल प्राइज से सम्मानित किया गया है. विलुप्त होमिनिन और मानव विकास के जीनोम से संबंधित उनकी खोजों के लिए उन्हें इस पुरस्कार से नवाजा गया है. ये पुरस्कार विज्ञान की दुनिया में सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार माना जाता है, यह स्वीडन के करोलिंस्का संस्थान की नोबेल असेंबली द्वारा प्रदान किया जाता है.
स्वंते पाबो एक स्वीडिश जेनेटिस्ट हैं जो विकासवादी आनुवंशिकी के क्षेत्र में विशेषज्ञता रखते हैं. पैलियोजेनेटिक्स के संस्थापकों में से एक के रूप में, उन्होंने निएंडरथल जीनोम पर बड़े पैमाने पर काम किया है.
पुरस्कार की घोषणा करते हुए नोबेल पुरस्कार समिति ने कहा, “अपने अग्रणी शोध के माध्यम से, स्वंते पाबो ने कुछ ऐसा किया है जो असंभव सा प्रतीत होता है. निएंडरथल के जीनोम को अनुक्रमित करना, जो वर्तमान मनुष्यों के विलुप्त रिलेटिव हैं. उन्होंने पहले अज्ञात होमिनिन, डेनिसोवा की सनसनीखेज खोज भी की.”
ये पुरस्कार ऐसे समय में दिया गया है जब कोविड महामारी ने चिकित्सा अनुसंधान को केंद्र में रखा है. इस घोषणा के बाद मंगलवार को भौतिकी के लिए नोबेल पुरस्कार , बुधवार को रसायन विज्ञान और गुरुवार को साहित्य का नोबेल पुरस्कार दिया जाएगा. नोबेल शांति पुरस्कार की घोषणा शुक्रवार को होगी और अर्थशास्त्र पुरस्कार की घोषणा 10 अक्टूबर को की जाएगी.