भारत की ख़ुफ़िया एजेंसियों के सूत्रों के हवाले से बड़ी खबर निकलकर सामने आ रही है. इंटरनेशनल सूत्रों के मुताबिक, भारत की खुफिया एजेंसियों को एक बड़ा इनपुट मिला है. कुख्यात और इंटरनेशनल गैंगस्टर सिद्दूमूसेवाला हत्याकांड का मास्टरमाइंड गोल्डी बरार को कैलिफ़ोर्निया से गिरफ्तार कर लिया गया है. भारत की सुरक्षा एजेंसियों को यह जानकारी मिली है कि 20 नवंबर को या उसके आसपास की तारीख में कैलिफ़ोर्निया में गोल्डी बरार को पहले डिटेन किया गया और फिर गिरफ्तार किया गया.
हालांकि अब तक कैलिफ़ोर्निया की तरफ से इस मामले में कोई आधिकारिक बयान भारत सरकार को नहीं मिला है. लेकिन खुफिया विभाग रॉ आईबी दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल पंजाब इंटेलिजेंस को इस तरह के इनपुट्स जरूर मिले है कि कैलिफ़ोर्निया में गोल्डी बरार को लेकर बड़ी हलचल हुई है और उसे वहां पर लोकेट कर पकड़ा गया है. गोल्डी बरार ने कनाडा से अपना नया ठिकाना कैलिफ़ोर्निया में बनाया है.
और उस दौरान उसने कैलिफ़ोर्निया के शहर सैक्रामेंटो, FRIZOW, और SAlt lake को अपना सेफ हाउस बनाया हुआ था. जी हां कैलिफ़ोर्निया के FRESNO सिटी में इस लंबे वक्त गोल्डी से बराड़ रह रहा था. कनाडा में पेशे से ट्रक ड्राइवर गोल्डी बराड़ को कनाडा में जबरदस्त खतरा महसूस हो रहा था उसके पीछे एक वजह यह भी थी की कनाडा में मुसेवाला के बेतहाशा फैंस मौजूद है, बमबीहा गैंग के तमाम बड़े गैंगस्टर भी और लॉरेश बिश्नोई गोल्डी बराड़ गैंग के दर्जनों दुश्मन भी यहां मौजूद हैं.
बता दे कि गोल्डी ने कैलिफ़ोर्निया में SACRAMENTO सिटी में कानूनी मदद के जरिये राजनीतिक शरण की अपील लगाने की कोशिश की है ताकि वो पकड़े जाने पर भारत न जा पाए. जिसके लिए गोल्डी ने दो कानूनी जानकारों से भी मदद लेनी चाही है जिसमे एक वकील ने जब गोल्डी का अपराधिक बैकग्राउंड पता करा तो उसका केस लड़ने से मना कर दिया था उसके बाद उसने एक अन्य वकील की मदद ली. राजनीतिक शरण तब लगाई जाती है जब आप यह दिखाने की कोशिश करे की आप जिस देश के रहने वाले है वहां आप पर जुल्म हुआ वहा आप को न्याय नही मिल पाएगा.
सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक यह गोल्डी का एक पैतरा था ताकि वो भारत वापस न आ सके, और इसके लिए अगर गोल्डी कैलिफ़ोर्निया में कोई छोटा मोटा अपराध भी कर देता है तो जब तक उस अपराध की सुनवाई जब तक पूरी नही होती गोल्डी वहां पकड़े जाने के बाद भी भारत डिपोर्ट या प्रत्यर्पण से बच सके. यह पैतरा इसके पहले भी कई अपराधी गैंगस्टर आतंकी दूसरे देशों में अपनाते आए है. ताकि डिपोर्ट या प्रत्यर्पण से बच सके.