लग रहा था कि इमरान खान के रिहा होते ही पाकिस्तान में शांति आ जाएगी, हिंसा बंद हो जाएगी, लेकिन पाकिस्तान में अब दूसरा बवाल शुरू हो गया है. अब इमरान के खिलाफ लोग सड़कों पर उतर आए हैं. सुप्रीम कोर्ट के बाहर विरोध प्रदर्शन हो रहा है, इसी बीच भरी असेंबली में एक नेता ने इमरान खान को सरेआम फांसी देने की मांग कर दी है.
पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में विपक्ष के नेता राजा रियाज अहमद खान ने सदन में सोमवार को कहा कि इमरान खान को सार्वजनिक रूप से फांसी दी जानी चाहिए थी.
उन्होंने पूर्व प्रधान मंत्री को जमानत देने के लिए अदालतों की आलोचना भी की. उन्होंने कहा- “इमरान खान को सार्वजनिक रूप से फांसी दी जानी चाहिए थी, लेकिन अदालतें उनका ऐसे स्वागत कर रही हैं जैसे कि वह उनके दामाद हों.
अगर न्यायाधीश इस यहूदी एजेंट से इतने खुश हैं, तो उन्हें पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ़ में शामिल हो जाना चाहिए. उनकी पार्टी में कुछ सीटें खाली हैं. आगे चलकर उन्हें पीटीआई के टिकट पर चुनाव लड़ना चाहिए. उनकी जगह उन जजों को लाना चाहिए जो गरीबों को न्याय दे सकें.”
पाकिस्तान के सत्तारूढ़ गठबंधन ने कोर्ट के हाल के कुछ फैसलों के विरोध में आज सुप्रीम कोर्ट के बाहर प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि कई मामलों में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को व्यापक राहत मिली है. जियो न्यूज ने इस्लामाबाद पुलिस प्रवक्ता के हवाले से कहा कि पीडीएम कार्यकर्ता सुप्रीम कोर्ट के द्वार के बाहर पहुंच गए हैं.
प्रदर्शनकारी रेड जोन में घुस आए हैं, लेकिन हालात शांतिपूर्ण हैं. डॉन न्यूज ने बताया कि रेड जोन की ओर जाने वाले सभी मार्गों को वाहनों के लिए बंद कर दिया है. प्रदर्शन के सामने आए वीडियो में दिख रहा है कि कैसे प्रदर्शनकारी सुप्रीम कोर्ट के गेट पर चढ़े हुए हैं.
नेशनल असेंबली ने सोमवार को सर्वसम्मति से एक विशेष समिति के गठन की मांग करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया, जिसमें पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश (CJP) उमर अता बांदियाल को हटाने के लिए कमेटी गठित करने की बात कही गई है.