मरहूम भारतीय गायक-गीतकार सिद्धू मूसेवाला की तस्वीरें पाकिस्तान में चुनावी होर्डिंग्स पर छा गई हैं. पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में आगामी उप-चुनावों में मूसेवाला लोकप्रियता को भुनाने के लिए चुनावी होर्डिंग्स में उनकी तस्वीरें, उनके चार्टबस्टर गीत ‘295’ के संदर्भ में लगी देखी जा रही हैं.
न्यूज इंटरनेशनल अखबार के मुताबिक मुल्तान क्षेत्र में स्थित पीपी 217 सीट पर होने वाले उपचुनाव के प्रचार के लिए मूसेवाला की तस्वीर का इस्तेमाल पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ की होर्डिंग पर जैन कुरैशी के साथ किया गया था, जो संयोग से पूर्व विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के बेटे हैं. उपचुनाव 17 जुलाई को होने हैं.
28 वर्षीय शुभदीप सिंह सिद्धू, जिन्हें सिद्धू मूसेवाला के नाम से जाना जाता था, की गत 29 मई को पंजाब (भारत) के मानसा जिले में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. यह घटना राज्य सरकार द्वारा गायक और 423 लोगों के सुरक्षा कवर को अस्थायी रूप से कम करने के एक दिन बाद घटित हुई थी. न्यूज इंटरनेशनल की रिपोर्ट में कहा गया है कि चुनावी पोस्टरों में मूसेवाला की तस्वीर दिखाई दे रही है, जिस पर ‘295’ नंबर लिखा हुआ है, जो स्पष्ट रूप से गायक के लोकप्रिय गाने ‘295’ के संदर्भ में है. सिद्धू मूसेवाला का यह गीत भारतीय दंड संहिता की धारा ‘295’ पर एक टिप्पणी है, जो धार्मिक भावनाओं को आहत करने से संबंधित है.
जब जैन कुरैशी से चुनावी होर्डिंग पर भारतीय गायक सिद्धू मूसेवाला की तस्वीर के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने अनभिज्ञता जताई. उन्होंने बीबीसी उर्दू को बताया, ‘मैं उन सभी लोगों को धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने पोस्टर पर सिद्धू मूसेवाला की तस्वीर छापी है, क्योंकि यह पोस्टर उनकी तस्वीर के कारण बहुत वायरल हुआ है. हमारा कोई भी पोस्टर इससे पहले इतना वायरल नहीं हुआ था.’
पीटीआई नेता ने कहा, ‘वे यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि पोस्टर पर तस्वीर किसने छापी और इसके पीछे का कारण क्या है.’ दरअसल, मूसेवाला के गानों को पाकिस्तान, खासकर यहां के पंजाब प्रांत में काफी पसंद किया जाता था, यहां उनका एक वफादार प्रशंसक वर्ग है, जो यह बताने के लिए काफी है कि उप-चुनावों के लिए उनकी तस्वीर का इस्तेमाल क्यों किया गया.
पिछले महीने, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के शहजाद भट्टी नाम के एक 30 वर्षीय कलाकार ने लोकप्रिय गायक-गीतकार को श्रद्धांजलि देने के लिए एक ट्रक पर मूसेवाला का एक विशाल चित्र बनाया था. सिद्धू मूसेवाला को दी गई यह श्रद्धांजलि विशेष थी, क्योंकि पाकिस्तान में ट्रक आर्ट आम तौर पर केवल देश के राष्ट्रीय नायकों के लिए आरक्षित होता है. अपनी मृत्यु से पहले, मूसेवाला ने सीमा पार के अपने प्रशंसकों से लाहौर और इस्लामाबाद में लाइव शो के साथ पाकिस्तान का दौरा करने का वादा किया था.
आपको बता दें कि मूसेवाला की हत्या की जांच में पाकिस्तान का एंगल भी निकलकर सामने आ रहा है. जांच एजेंसियों को शक है कि उनकी हत्या में इस्तेमाल होने वाले हथियारों की सप्लाई ड्रोन के जरिए सीमा पार से हुई थी. हालांकि, जांच एजेंसियों की ओर से इस बारे में पुख्ता सबूत के साथ अभी कुछ नहीं कहा गया है.