दुनिया भर में आतंक फैलाने वाला पाकिस्तान अब खुद आतंक से परेशान है. आतंक का सरगना पाकिस्तान रो रहा है. दरअसल, पाकिस्तान के काउंसलर सैयद आतिफ रजा ने जोरों-शोरों से संयुक्त राष्ट्र में आतंक का मुद्दा उठाया है. अफगानिस्तान में अपना वर्चस्व बढ़ाने के लिए पाकिस्तान ने हमेशा वहां के संगठनों को फंडिंग की है. अब वही संगठन पाकिस्तान का सर दर्द बन गए हैं.
पाकिस्तानी सेना के लिए अब तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) और बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) सहित अन्य संगठन सबसे बड़ी चुनौती बन गए हैं. खास बात है कि इन संगठनों के पास पाकिस्तानी सेना से ज्यादा खतरनाक और आधुनिक हथियार हैं.
अमेरिका ने अगस्त 2021 में अफगानिस्तान से अपने सैनिकों को वापस बुला लिया था. लेकिन अमेरिका की सेना ने सात बिलियन डॉलर का सैन्य सामान वहीं छोड़ दिया. इनमें भारी मात्रा में हथियार, नाइट विजन डिवाइसेज और गोला-बारूद सहित अन्य सैन्य उपकरण शामिल हैं. अमेरिका के जाने के बाद तालिबान ने हथियारों पर कब्जा कर लिया. अब यही हथियार पाकिस्तान की सेना को चुनौती दे रहे हैं.
संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के काउंसलर ने खुलकर ये बात स्वीकार की है. उन्होंने स्वीकार किया कि आधुनिक हथियार पाकिस्तान की सुरक्षा के लिए खतरा बन गई है. उन्होंने दुनिया से अपील की है कि इन हथियारों पर नियंत्रण लगाए, जिससे आतंकियों तक हथियारों की पहुंच को रोका जा सके.
पाकिस्तान में आतंकी हमले तो अकसर होते रहते हैं पर हाल ही में एक ऐसी घटना हुई, जिसपर दुनिया भर का ध्यान गया. दरअसल, बीएलए ने पेशावर जा रही एक ट्रेन को ही हाईजैक कर लिया था. बीएलए ने इंजन की तरफ रॉकेट लॉन्चर दागे थे. अगले दिन जब मीडिया वहां पहुंचा तो वहां का खौफनाक मंजर था. पटरियों और ट्रेन के नीचे लाश पड़ी थी. पटरियां भी टूटी हुई थी. हालांकि, पाकिस्तानी सेना ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया और बंधकों को छुड़वा लिया.