तुर्की में सोमवार (06 फरवरी )को आए जबरदस्त भूकंप ने 21 हजार से ज्यादा लोगों की जान ले ली है. वहीं 80 हजार से ज्यादा लोग अभी भी लापता है. इस भूकंप में एक भारतीय नागरिक की भी मौत हो गई है. तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन ने कहा कि तुर्की में भूकंप से मरने वालों की संख्या बढ़कर 21,848 हो गई, जबकि 80,104 लोग घायल हुए हैं.
इस शक्तिशाली भूकंप के बाद अभी भी हजारों लोग मलबे में दबे हुए हैं. जिनमें से कई लोगों को बचाया गया है. आज भी बचाव कार्य के दौरान मलबे के नीचे फंसे कई लोगों को बचाया गया, जिसमें एक 10 वर्षीय लड़के को उसकी मां के साथ 90 घंटे के बाद हटाय प्रांत के समंदाग जिले में बचाया गया.वहीं एक अन्य जगह पर 122 घंटे तक फंसे रहने के बाद दो महिलाओं को मलबे से जीवित निकाला गया.
मलत्या के एक होटल के मलबे से शनिवार को एक भारतीय नागरिक का शव बरामद किया गया. तुर्की में भारतीय दूतावास ने बताया कि विजय कुमार के रूप में पहचाने जाने वाले एक भारतीय नागरिक का शव तुर्की में भूकंपों के आने के कुछ दिनों बाद मिला है. विजय कुमार बिजनस टूर पर तुर्की आए थे.
पहला भूकंप, सीरियाई सीमा के करीब गजियांटेप के पास आया था, जिसे रिक्टर स्केल पर 7.8 मापा गया था. दूसरा झटका नौ घंटे बाद आया और रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 7.6 मापी गई. इस शक्तिशाली भूकंप ने तुर्की और सीरिया दोनों देशों में तबाही मचाई है.