सलमान रुश्दी की हालत गंभीर: भारतीय मूल के लेखक अपने उपन्यास ‘द सैटेनिक वर्सेस’ से दुनिया भर में विवादों में रहे

भारतीय मूल के अंतरराष्ट्रीय लेखक सलमान रुश्दी पर शुक्रवार रात अमेरिका के न्यूयॉर्क में हमलावर ने चाकू से हमला कर दिया. गंभीर रूप से घायल रुश्दी को हेलीकॉप्टर से उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया. सलमान रुश्दी न्यूयॉर्क के बफेलो के पास चौटाउक्वा में एक कार्यक्रम लेक्चर देने पहुंचे थे.

मौके पर मौजूद पुलिस ने हमलावर को गिरफ्तार कर लिया है. सलमान रुश्दी को गंभीर हालत में वेंटिलेटर पर रखा गया है . बता दें कि रुश्दी का जन्म मुंबई में हुआ था. वे जन्म के कुछ समय बाद ही ब्रिटेन चले गए थे. इंग्लैंड के रगबी स्कूल में उन्होंने शुरुआती पढ़ाई की. बाद में कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में इतिहास की पढ़ाई की.

​​​​​​​80 के दशक में सलमान रुश्दी के लिखी गई किताब ‘द सैटेनिक वर्सेस’ दुनिया भर में विवादों में रही. ‌कई मुस्लिम देशों में उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी हुए. ईरान ने उनके खिलाफ फतवा भी जारी किया था. द सैटेनिक वर्सेस’ सलमान रुश्दी का चौथा उपन्यास है. यह उपन्यास 1988 में प्रकाशित हुआ था, जिस पर पर काफी विवाद हुआ था.

इसके लिए रुश्दी पर पैगंबर मोहम्मद के अपमान का आरोप लगाया गया. इस किताब का शीर्षक एक विवादित मुस्लिम परंपरा के बारे में है. इस परंपरा के बारे में रुश्दी ने अपनी किताब में खुल कर लिखा. भारत और दुनिया के कई देशों में यह उपन्यास बैन है. 75 साल के सलमान रुश्दी ने अपनी किताबों से दुनिया भर में पहचान बनाई.

अपने दूसरे ही उपन्यास ‘मिडनाइट्स चिल्ड्रेन’ के लिए 1981 में ‘बुकर प्राइज’ और 1983 में ‘बेस्ट ऑफ द बुकर्स’ पुरस्कार से सम्मानित किए गए. रुश्दी ने लेखक के तौर पर शुरुआत 1975 में अपने पहले उपन्यास ‘ग्राइमस’ के साथ की थी. रुश्दी को पहचान उनके दूसरे उपन्यास ‘मिडनाइट्स चिल्ड्रेन’ से मिली.

उन्होंने कई किताबें लिखीं जिसमें द जैगुअर स्माइल, द मूर्स लास्ट साई, द ग्राउंड बिनीथ हर फीट और शालीमार द क्लाउन शामिल हैं, लेकिन रुश्दी सबसे ज्यादा अपनी विवादित किताब ‘द सैटेनिक वर्सेस’ को लेकर चर्चा में रहे. रुश्दी रोमांस को लेकर भी चर्चा में रहे हैं. वे अब तक 4 शादियां कर चुके हैं .

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