तुर्किए (तुर्की) में आए भीषण भूकंप से निपटने के लिए भारत ने भी अपना सहायता मिशन तैयार कर लिया है. भारत की तरफ से एनडीआरएफ (NDRF) की दो टीमें रवाना की जा रही हैं. साथ ही दवाओं और राहत सामग्री की खेप भी भेजी जा रही है. राहत-सामग्री को लेकर सोमवार (6 फरवरी) को पीएमओ (PMO) में अहम बैठक हुई है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से इस आपदा में भारत की तरफ से हर सम्भव मदद की घोषणा के बाद पीएम के प्रधान सचिव डॉ. पी. के. मिश्रा ने तत्काल राहत उपायों पर चर्चा करने के लिए साउथ ब्लॉक में एक बैठक की. बैठक में यह तय किया गया कि एनडीआरएफ के खोजी व बचाव दल के साथ ही चिकित्सा दल राहत सामग्री के साथ तुर्किए (तुर्की) गणराज्य तुरंत भेजे जाएंगे.
भारत ने तुर्किए की मदद के लिए हाथ बढ़ाया
भारत की तरफ से भेजी जा रही टीम में विशेष रूप से प्रशिक्षित डॉग स्क्वॉड और आवश्यक उपकरणों के साथ 100 कर्मियों वाली एनडीआरएफ की दो टीमें खोज और बचाव कार्यों के लिए भूकंप प्रभावित क्षेत्र में जाने के लिए तैयार हैं. आवश्यक दवाओं, प्रशिक्षित डॉक्टरों और पैरामेडिक्स के साथ मेडिकल टीमें भी तैयार की जा रही हैं.
पीएमओ की बैठक में शामिल रहे ये लोग
भारत की तरफ से तुर्किए (तुर्की) सरकार और अंकारा में भारतीय दूतावास और इस्तांबुल में महावाणिज्य दूतावास के कार्यालय के समन्वय से राहत सामग्री भेजी जाएगी. पीएमओ की बैठक में कैबिनेट सचिव, गृह मंत्रालय, एनडीएमए, एनडीआरएफ, रक्षा, विदेश मंत्रालय, नागरिक उड्डयन और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालयों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया.
भूकंप से 500 से ज्यादा लोगों की मौत
सोमवार (6 फरवरी) सुबह तुर्किए (तुर्की) में आए घातक 7.8 तीव्रता के भूकंप (Turkiye Earthquake) ने आस-पास के क्षेत्रों के साथ-साथ सीरिया (Syria) में 500 से अधिक लोगों की जान ले ली है. न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक, तुर्किए (तुर्की) में कम से कम 284 लोग मारे गए हैं और करीब 2,300 लोग घायल हुए हैं. तुर्किए (तुर्की) के 10 शहरों में 1,700 से अधिक इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं हैं.