संयुक्त राष्ट्र|…. भारत ने सुरक्षा परिषद में कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य (डीआरसी) में संयुक्त राष्ट्र शांति सैनिकों के खिलाफ भीड़ की हिंसा में सीमा सुरक्षा बल के हेड कांस्टेबल सांवाला राम विश्नोई और शिशुपाल सिंह की हत्या का मुद्दा उठाया है.
भारत ने वहां तैनात शांति सैनिकों की सुरक्षा को लेकर चिंता व्यक्त की है. संयुक्त राष्ट्र मिशन के विरुद्ध कांगो में हो रहे विरोध प्रदर्शनों में मंगलवार को दो बीएसएफ के जवान शहीद हो गए थे. सूत्रों के अनुसार, यह बैठक नई दिल्ली के अनुरोध पर आयोजित की गई. इस दौरान सुरक्षा परिषद के सदस्यों ने सैनिकों के बलिदान होने पर अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की.
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने भी बलिदानी भारतीय शांति सैनिकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को ही ट्वीट कर अपने शांति सैनिकों के शहीद होने पर गहरा दुख व्यक्त किया था. उन्होंने इसके अपराधियों को कानून के दायरे में लाकर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की थी.
विदेश मंत्री जयशंकर ने ट्वीट कर कहा कि, ‘डेमोक्रेटिक रिपब्लिक आफ कांगो में सीमा सुरक्षा बल के दो वीर भारतीय शांति सैनिकों की मृत्यु पर गहरा दुख हुआ. वे MONUSCO का हिस्सा थे. इन नृशंस हमलों के अपराधियों की जवाबदेही तय की जानी चाहिए और उन्हें न्याय के कटघरे में खड़ा किया जाना चाहिए’.
इस बीच, पूर्वी कांगो में संयुक्त राष्ट्र मिशन के विरुद्ध दो दिनों से चल रहे विरोध प्रदर्शनों के दौरान लगभग 15 लोगों की मौत हो गई है, जबकि दर्जनों लोग घायल हो गए हैं. हमलावरों ने कांगो के पुलिसकर्मियों से हथियार छीने और संयुक्त राष्ट्र कर्मियों पर गोली चलाई. संयुक्त राष्ट्र के उप प्रवक्ता फरहान हक ने बताया कि शांति रक्षकों सहित असैन्य नागरिकों के मारे जाने की खबरों की जांच की जाएगी. प्रदर्शनकारियों ने इन मौतों के लिए शांति रक्षकों द्वारा गोलियां चलाए जाने को जिम्मेदार ठहराया है.