इमरान खान की गिरफ्तारी की खबर फैलते ही पाकिस्तान के कई शहरों में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए. कई जगहों पर प्रदर्शनकारी हिंसक हो गए और पुलिस वाहनों को आग के हवाले कर दिया और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया. पहली बार, खान के समर्थकों ने रावलपिंडी में सेना के मुख्यालय के मुख्य द्वार को तोड़ दिया. प्रदर्शनकारियों ने प्रतिष्ठान के खिलाफ नारेबाजी की.
हिंसा में अब तक 6 लोगों की मौत और कई के घायल होने की खबर है.
पूर्व पीएम इमरान खान के भतीजे और पीटीआई नेता हसन नियाजी ने कहा है कि प्रदर्शनकारियों ने लाहौर के एक प्रमुख सैन्य स्टेशन पर रात बिताने की योजना बनाई है. उन्होंने एक ट्वीट में कहा, ‘सार्वजनिक रूप से डरावना गुस्सा. पीटीआई कार्यकर्ता जनता को रोकने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन गुस्सा बहुत ज्यादा है.’
इस्लामाबाद पुलिस ने कहा, ‘इमरान खान की बुधवार को कोर्ट में पेशी के मौके पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जाएंगे. अदालत परिसर में केवल न्यायालय द्वारा अधिकृत व्यक्तियों को ही प्रवेश दिया जायेगा. सार्वजनिक और निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
कानून तोड़ने वाले अराजक तत्वों के खिलाफ कानून कार्रवाई होगी. आतंकी आशंकाओं को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था हाई अलर्ट पर कर दी गई है और सशस्त्र पुलिस तैनात की जाएगी.’