इस्लामाबाद|…. पाकिस्तान में इमरान खान को एक और बड़ा झटका लगा है. पहले चुनाव आयोग ने इमरान खान की पार्टी पीटीआई का चुनाव चिह्न छीन लिया और अब उसे एक राजनीतिक पार्टी भी मानने से इनकार कर दिया है. पाकिस्तान चुनाव आयोग (ईसीपी) ने देश में पंजीकृत राजनीतिक दलों की एक नई सूची जारी की है, जिसमें इमरान खान की पार्टी पीटीआई को जगह नहीं मिली है. पाकिस्तानी न्यूज चैनल एआरवाई ने दावा किया है.
चुनाव आयोग की ताजा लिस्ट के मुताबिक, पाकिस्तान में पंजीकृत राजनीतिक दलों की संख्या 175 तक पहुंच गई है. चुनाव आयोग ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के संस्थापक इमरान खान का नाम पार्टी प्रमुखों की सूची से हटा दिया. इतना ही नहीं, इस लिस्ट में पीटीआई को नेतृत्वहीन राजनीतिक दल बताया गया है. एआरवाई न्यूज के अनुसार, परवेज खट्टक के नेतृत्व वाले पीटीआई सांसदों को सूची में शामिल किया गया है.
बता दें कि इससे पहले इमरान खान की पीटीआई ने अपना चुनाव चिह्न ‘बल्ला’ खो दिया था, क्योंकि चुनाव आयोग ने पार्टी के अंतर-पार्टी चुनावों पर सुरक्षित फैसले की घोषणा की थी. पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी को बड़ा झटका देते हुए देश के चुनाव आयोग ने ‘पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ’ (पीटीआई) के संगठनात्मक चुनावों और आठ फरवरी के आम चुनावों के लिए क्रिकेट के बल्ले को उसके चुनाव चिह्न के रूप में रखने की उसकी याचिका को खारिज कर दिया था.
पैनल ने शुक्रवार को फैसला जारी करते हुए कहा कि पीटीआई अपनी पार्टी के संविधान के अनुसार चुनाव कराने में विफल रही. उसने यह भी फैसला सुनाया कि बल्ला पार्टी का चुनावी चिह्न बना नहीं रह सकता. इस निर्णय के बाद जेल में बंद इमरान खान (71) के करीबी सहयोगी गौहर खान ने पीटीआई के अध्यक्ष के रूप में नियुक्ति के कुछ ही दिन अपना यह पद खो दिया. बता दें कि इमरान खान एक पूर्व प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर होने के नाते क्रिकेट के बल्ले का पर्याय माने जाते हैं.
अब क्या होगा?: ईसीपी के फैसले के बाद पीटीआई या तो इसे उच्चतम न्यायालय में चुनौती दे सकती है या फिर अपने उम्मीदवारों को निर्दलीय के तौर पर चुनाव में उतार सकती है. यह किसी अन्य पार्टी के साथ गठबंधन भी कर सकता है ताकि उसके उम्मीदवार चुनावों में उस पार्टी के चिह्न का उपयोग कर सकें.