लाहौर|…. पाकिस्तान के चुनाव में अब आतंकवाद की एंट्री हो चुकी है क्योंकि 26/11 मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद का बेटा तल्हा सईद लाहौर की एनए-127 सीट से चुनाव लड़ रहा है. दरअसल, हाफिज सईद के एक नए राजनीतिक संगठन ने पाकिस्तान में आठ फरवरी को होने वाले आम चुनाव के लिए अधिकांश राष्ट्रीय और प्रांतीय विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के लिए अपने उम्मीदवार खड़े किए हैं.
आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) का संस्थापक सईद प्रतिबंधित जमात-उद-दावा (जेयूडी) से जुड़े आतंकी वित्तपोषण मामलों में दोषी ठहराए जाने के बाद से कुछ अन्य नेताओं के साथ 2019 से ही जेल में है. सईद ने पाकिस्तान मरकजी मुस्लिम लीग (पीएमएमएल) नाम से एक अलग राजनीतिक दल बनाया है. पीएमएमएल का चुनाव चिन्ह ‘कुर्सी’ है.
पीएमएमएल के अध्यक्ष खालिद मसूद सिंधु ने एक वीडियो संदेश में कहा कि उनकी पार्टी अधिकांश राष्ट्रीय और प्रांतीय विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ रही है. खालिद मसूद सिंधु ने कहा, “हम भ्रष्टाचार के लिए नहीं बल्कि लोगों की सेवा करने और पाकिस्तान को एक इस्लामिक कल्याणकारी राज्य बनाने के लिए सत्ता में आना चाहते हैं.” सिंधु एनए-130 लाहौर से उम्मीदवार है, जहां से पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के सुप्रीमो और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ भी चुनाव लड़ रहे हैं.
सिंधु ने सईद के संगठन के साथ अपनी पार्टी का संबंध होने से इनकार किया है. वर्ष 2018 में मिल्ली मुस्लिम लीग (एमएमएल) जमात-उद-दावा का राजनीतिक चेहरा थी. इसने अधिकांश सीट पर विशेषकर पंजाब प्रांत में अपने उम्मीदवार उतारे थे, लेकिन वह एक भी सीट जीतने में सफल नहीं हुई थी.
एमएमएल पर प्रतिबंध के कारण 2024 के चुनावों के लिए पीएमएमएल का गठन किया गया है. हाफिज सईद संयुक्त राष्ट्र द्वारा एक घोषित आतंकवादी है, जिस पर अमेरिका ने एक करोड़ डॉलर का इनाम रखा है. पाकिस्तान में आठ फरवरी को होने वाले आम चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की समय-सीमा रविवार को समाप्त हो गई. आखिरी दिन सैकड़ों उम्मीदवारों ने अपने नामांकन पत्र दाखिल किए.
इस बार पीएमएल-एन के अलावा पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी), मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट-पाकिस्तान (एमक्यूएम-पी), जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम-फजल (जेयूआई-एफ), पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई), जमात-ए-इस्लामी (जेआई) और अन्य स्थानीय दल चुनावी मैदान में हैं.