इस्लामाबाद|….. पाकिस्तानी सेना ने सोमवार को अपने पूर्व जनरल और देश की खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) चीफ रहे फैज हमीद को मिलिट्री कस्टडी में ले लिया और उनके खिलाफ कोर्ट मार्शल की कार्यवाही शुरू कर दी. पाकिस्तान सेना की मीडिया विंग ने यह जानकारी दी. यह कदम पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट की तरफ से टॉप सिटी आवास योजना घोटाला मामले में लगाए गए आरोपों की जांच के लिए अनिवार्य विस्तृत जांच के बाद उठाया गया है. स्थानीय मीडिया ने कहा कि पाकिस्तान के इतिहास में यह पहली बार है कि किसी पूर्व खुफिया प्रमुख के खिलाफ कोर्ट मार्शल शुरू किया गया है.
सेना की मीडिया विंग इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने एक बयान में कहा, “पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का पालन करते हुए, लेफ्टिनेंट जनरल फैज़ हमीद (सेवानिवृत्त) के खिलाफ किए गए टॉप सिटी मामले में शिकायतों की सत्यता का पता लगाने के लिए, पाकिस्तान सेना की तरफ से एक विस्तृत जांच शुरू की गई थी.” इसमें कहा गया, “नतीजतन, पाकिस्तान सेना अधिनियम के प्रावधानों के तहत लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद (सेवानिवृत्त) के खिलाफ उचित अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू की गई है.”
आईएसपीआर ने आगे कहा, “इसके अलावा, रिटायरमेंट के बाद पाकिस्तान सेना अधिनियम के उल्लंघन के कई उदाहरण भी सामने आए हैं. फील्ड जनरल कोर्ट मार्शल की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है और लेफ्टिनेंट जनरल फैज़ हमीद (रिटायर्ड) को सैन्य हिरासत में ले लिया गया है.” सेना ने कथित तौर पर इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के प्रमुख के खिलाफ अधिकार के दुरुपयोग के आरोपों की जांच के लिए अप्रैल में एक जांच समिति का गठन किया था.
मीडिया रिपोर्टों में कहा गया था कि समिति का गठन सेना द्वारा आत्म-जवाबदेही के संकेत के रूप में किया गया था और इसकी अगुवाई एक मेजर जनरल करेंगे. उन्होंने कहा था कि कमेटी का गठन सुप्रीम कोर्ट और रक्षा मंत्रालय के निर्देश में किया गया
लेफ्टिनेंट जनरल फैज़ हमीद पहले आईएसआई (काउंटर इंटेलिजेंस विंग) के प्रमुख के रूप में कार्यरत थे. बाद में उन्होंने जून 2019 से 6 अक्टूबर 2021 तक इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस के महानिदेशक (डीजी-आईएसआई) के तौर पर काम किया. वह आईएसआई के 24वें प्रमुख थे. लेफ्टिनेंट जनरल फैज़ हमीद को चीफ स्पाई मास्टक की भूमिका के लिए भी जाना जाता है..