इस्लामाबाद|…. पाकिस्तान के कई हिस्सों में बाढ़ के कारण लगभग 3.3 करोड़ लोग प्रभावित हुए हैं. बाढ़ से 1,456 लोग घायल हुए हैं और 982 लोगों की मौत हुई हैं. जिसके बाद शहबाज शरीफ की सरकार को बचाव और राहत कार्यों में मदद के लिए पाक सेना को उतारना पड़ा है.
बाढ़ ने घरों और बुनियादी ढांचे को भी बुरी तरह नुकसान पहुंचाया है. पाकिस्तान की आपदा प्रबंधन एजेंसी ने कहा कि 3,000 किमी. से अधिक सड़कें, लगभग 150 पुल और लगभग सात लाख घर बह गए हैं या नष्ट हो गए हैं.
पाकिस्तान के द एक्सप्रेस ट्रिब्यून के अनुसार देश के मौसम विभाग ने आने वाले हफ्ते में और बारिश की भविष्यवाणी की है. इस समय आधे से अधिक देश पानी में डूबा हुआ है. मानसून की भारी बारिश से आई अचानक बाढ़ के कारण लाखों लोग बेघर हो गए हैं.
इस जबरदस्त बारिश ने 57 लाख से अधिक लोगों को आश्रय और भोजन के बिना बेसहारा कर दिया है. बाढ़ का सबसे ज्यादा कहर खैबर-पख्तूनख्वा, बलूचिस्तान और सिंध प्रांतों में टूटा है. जहां लगातार दूसरे दिन भारी बारिश जारी है, टूटी सड़कों और पुलों के कारण कुछ हिस्सों का संपर्क कट गया है. बाढ़ से फसलों को भी नुकसान हुआ है और पशुओं की भी मौतें हुईं हैं.
सिंध और बलूचिस्तान में पाकिस्तान रेलवे ने कई जगहों पर रेल सेवाओं को रोक दिया है. पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस ने खराब मौसम के कारण शुक्रवार को बलूचिस्तान की राजधानी क्वेटा के लिए उड़ानें रोक दीं. पाकिस्तान की सरकार ने संयुक्त राष्ट्र के लिए एक ‘फ्लैश अपील’ जारी की है. इससे पहले पाकिस्तान सरकार ने बाढ़ को ‘राष्ट्रीय आपातकाल’ घोषित किया है. यूएन सेंट्रल इमरजेंसी रिस्पांस फंड पहले ही 30 लाख डॉलर आवंटित कर चुका है. पूरे पाकिस्तान में बाढ़ के नजारे वाले वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किए जा रहे हैं. जिनको देखने से पता लगता है कि बाढ़ की आपदा कितनी गंभीर है.