पाकिस्तान में बलोच लिबरेशन आर्मी ने जाफर एक्सप्रेस ट्रेन को हाईजैक कर लिया है. बीएलए का दावा है कि उनके पास 200 से ज्यादा पाकिस्तानी लोग बंधक बने हुए हैं. 28 घंटे बीत जाने गए हैं पर अब तक पाकिस्तानी सेना कुछ भी नहीं कर पाई है. दरअसल, बीएलए ने एक ऑडियो जारी किया है. ऑडियो में पाकिस्तानी सेना ने गंभीर आरोप लगाए हैं. इधर, पाकिस्तान रेलवे ने 200 से ज्यादा ताबूतों को क्वेटा भेजे हैं, जिससे स्थिति की गंभीरता समझ आती है.
ऑडियो मैसेज में लिबरेशन आर्मी ने ट्रेन हाईजैकिंग की वजह के बारे में बताया है. ऑडियो मैसेज में बलूच फिदायीन ने बताया कि पाकिस्तानी सेना के अत्याचार और बलूचिस्तान के संसाधनों के शोषण के कारण उन्हें ये कदम उठाना पड़ा. उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी सेना दशकों से हमारा शोषण कर रही है. हम न्याय और अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे हैं. बलूच माताओं-बहनों के लिए हम लड़ रहे हैं. हम मातृभूमि के लिए युद्ध लड़ रहे हैं.
बता दें, बलोच लिबरेशन आर्मी के चीफ डॉ. अल्लाह नजर, गोल्ड मेडलिस्ट डॉक्टर हैं. पाकिस्तान का सबसे संंसाधन संपन्न क्षेत्र अब सबसे गरीब राज्य बन गया है. विद्रोह के पीछे दशकों से चली आ रही गुलामी और शोषण की व्यवस्था है.
बलूचिस्तान में हुई ट्रेन हाईजैकिंग की घटना अप्रिय है. इससे पाकिस्तान सरकार के ऊपर कई सवाल उठ रहे हैं. पाकिस्तान सरकार के आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि अब तक 80 लोगों को बचा लिया गया है. 30 आतंकियों को मार दिया गया है. हालांकि, बलूच नेताओं ने कहा कि सरकार स्थिति की गंभीरता को छिपा रही है. 200 ताबूतों के भेजने से तनाव बढ़ गया है. विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान सरकार की प्रतिक्रिया ना काफी है. ये स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पर्याप्त नहीं है.