येरुशलम|……. इजरायल पर हमले को लेकर ईरान को अमेरिका ने चेतावनी जारी की है. वहीं ब्रिटिश विदेश कार्यालय ने इजरायल में ब्रिटिश नागरिकों से तुरंत देश छोड़ने की अपील की है. वहीं फ्रांस ने अपने नागरिकों को ईरान और इजरायल की यात्रा करने से परहेज करने के लिए कहा है और तेहरान में फ्रांसीसी राजनयिकों के परिवारों को फ्रांस वापस भेज दिया गया है.
मध्य पूर्व में भारी तनाव को देखते हुए फ्रांस ने अपने नागरिकों को इजरायल, ईरान, लेबनान से दूर रहने की सलाह दी है. ईरान से जंग के खतरे का आकलन करने के लिए इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू सेना के बड़े जनरलों के साथ बैठक करेंगे.
वहीं अमेरिका ने ईरान को चेतावनी दी है कि वह इजरायल और अमेरिकी ठिकानों पर हमला न करें. वहीं इजराइल 24-48 घंटों के भीतर सीधे ईरानी हमला होने के हिसाब से तैयारी कर रहा है. तेहरान को दक्षिणी या उत्तरी इजरायल को निशाना बनाने की उम्मीद है. अमेरिकी दूतावास ने अपने कर्मचारियों से कहा है कि वे अगली सूचना तक मध्य इजरायल, जेरूसलम या बेर्शेबा से बाहर यात्रा न करें.
दूसरी ओर इजरायली सेना (आईडीएफ) और मोसाद ने इजरायल पर सीधे ईरानी हमले की हालत में ईरान में हमले की योजना को मंजूरी दी. ईरानी नेता खामेनेई को डर है कि इजरायल मिसाइल और ड्रोन हमले को रोक देगा, फिर ईरान में रणनीतिक लक्ष्यों पर बड़े पैमाने पर हमले करेगा. एक खुफिया रिपोर्ट में कहा गया है कि तेहरान अभी भी अपने विकल्पों पर विचार कर रहा है. इसके बावजूद इजरायल और ईरान के एक दूसरे पर हमला करने की सुगबुगाहट तेज हो गई है.
इजरायल के विदेश मंत्री ने धमकी दी कि अगर ईरान अपनी जमीन से इजराइल पर हमला करेगा तो उनके देश की सेना भी सीधे इस्लामिक गणराज्य को निशाना बनाएगी. इजरायल का यह बयान ऐसे समय आया है जब सीरिया स्थित ईरान के वाणिज्य दूतावास पर हुए हमले में उसके जनरल की मौत के बाद दोनों पारंपरिक प्रतिद्वंद्वियों में तनाव बढ़ गया है. उनकी टिप्पणी ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह अली खामेनेई के बुधवार को आए बयान के बाद आई. खामेनेई ने दोहराया कि इस महीने के शुरुआत में दमिश्क स्थित ईरानी वाणिज्य दूतावास पर किए गए हमले का जवाब इजरायल को दिया जाएगा.