रूस के शहर सुदूर पूर्व में शनिवार को हुए हेलीकॉप्टर हादसे में मारे गए सभी 22 लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं. आपातकालीन मंत्रालय के अधिकारियों ने सोमवार को जानकारी देते हुए बताया कि हेलीकॉप्टर में मुख्य रूप से टूरिस्ट सवार थे. मृतकों में चालक दल के सभी तीन सदस्य भी शामिल हैं. आगे उन्होंने कहा कि ये हादसा कमचातका क्षेत्र में हुआ जो कि एक प्राचीन प्रायद्वीप है. वहां कई ज्वालामुखी हैं. ये क्षेत्र अपनी सुंदरता और घने जंगलो पर जीवन के लिए मशहूर है.
शनिवार को 19 यात्रियों और चालक दल के तीन सदस्यों के साथ एक एमआई-8 हेलीकॉप्टर ने वाचकाजेत्स ज्वालामुखी के करीब से उड़ान भरी थी लेकिन उड़ान भरने के कुछ देर बाद ही वो क्रैश हो गया. अगले दिन हेलीकॉप्टर का मलबा मिला. रूस की एक समाचार एजेंसी ने आपातकालीन मंत्रालय का हवाला देते हुए बताया कि शायद ये हादसा खराब मौसम में ठीक से न दिखाई देने के कारण हुआ हो.
रूस के सीनियर कानून प्रवर्तन निकाय की शाखा ने सोमवार को एक बयान में कहा कि इस हादसे की जांच शुरू कर दी गई है. एमआई-आठ दो इंजन वाला हेलीकॉप्टर है जिसे 1960 के दशक में विकसित किया गया था. इसका रूस समेत कई अन्य देशों में व्यापक रूप से इस्तेमाल किया जाता है.
हेलीकॉप्टर के परखच्चे एक बड़ी जंगली पहाड़ी की चोटी के करीब ढलान पर देखे गए थे. इस मंत्रालय ने जानकारी देते हुए बताया था कि बचाव दल ने कैंप लगाकर लोगों को ढूढ़ना शुरू कर दिया. अभी तक बचाव अभियान चलाया जा रहा है. रूस की संघीय वायु परिवहन एजेंसी ने पहले एक बयान में हेलीकॉप्टर के लापता होने की पुष्टि की थी. एजेंसी ने कहा था कि एमआई-8 हेलीकॉप्टर शनिवार को कामचटका क्षेत्र में वाचकाजात्स ज्वालामुखी के करीब से उड़ा था, लेकिन डेस्टिनेशन तक नहीं पहुंच पाया.