राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने प्रदेशवासियों को हरेला पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि ‘हरेला’ पर्व उत्तराखंड की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह पर्व पर्यावरण संरक्षण और संवर्द्धन के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
उत्तराखंड के लोग इस पर्व के माध्यम से प्रकृति के साथ अपने गहरे संबंधों को मनाते हैं और पर्यावरण की रक्षा के लिए संकल्प लेते हैं। राज्यपाल ने सभी से आह्वान किया कि वे इस पर्व को धूमधाम से मनाएं और प्रकृति के प्रति अपने कर्तव्यों का पालन करें।
हरेला पर्व हमारे समाज में लोक संस्कृति और प्रकृति के साथ गहरे जुड़ाव का प्रतीक है। इस पर्व के माध्यम से हम अपनी परंपरा में प्रकृति को महत्वपूर्ण स्थान देते हैं और इसके विविध रूपों की पूजा करते हैं। हमारी ये परंपराएं न केवल सांस्कृतिक बल्कि वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण हैं। हरेला हमें सिखाता है कि पर्यावरण की सुरक्षा और संरक्षण हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा होना चाहिए।