चुनावी मौसम में वाहनों की कमी के कारण शादी-विवाह समारोहों में उलझनें बढ़ गई हैं। बड़े वाहनों की चुनाव ड्यूटी में जाने के कारण लोग दूसरे शहर से वाहन मंगवाने के लिए विवाह के आयोजनों में मुसीबतों का सामना कर रहे हैं, जबकि कई लोग छोटे वाहनों का सहारा ले रहे हैं।
इसके अलावा, टैक्सी यूनियनों ने बड़े वाहनों की कमी के कारण शादियों के लिए वाहन उपलब्ध कराने में समस्याओं को देखते हुए अपने हाथों से इनकार किया हैं।
18 अप्रैल को शादी का एक बड़ा लग्न है और 19 अप्रैल को भी कुछ लोगों के विवाह समारोह हैं। इसके अलावा उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव के मतदान का दिन भी 19 अप्रैल है। इसी दिन कई लोगों को बरात लेकर विभिन्न शहरों जैसे रानीखेत, अल्मोड़ा, खटीमा, पिथौरागढ़, बागेश्वर आदि जगह जाना है। लेकिन उनके सामने एक बड़ी समस्या है – बड़े वाहनों की कमी है|