मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को सचिवालय में चंपावत जिले को आदर्श जिला बनाने के उद्देश्य से तैयार की जा रही कार्ययोजना और चल रहे कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड को एक आदर्श राज्य के रूप में विकसित करने के लिए चंपावत जिले को मॉडल जिले के रूप में चुना गया है।
चंपावत जिले की विशेषता यह है कि इसमें राज्य की भौगोलिक विविधताओं को समाहित किया गया है, जिसमें मैदान, तराई, भाबर और पर्वतीय क्षेत्र शामिल हैं। इस प्रकार, चंपावत जिले के विकास को ध्यान में रखते हुए, इसे एक उदाहरण के रूप में प्रस्तुत किया जाएगा ताकि पूरे उत्तराखंड के विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए जा सकें।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आदर्श जिले चंपावत के लिए बनाई जा रही कार्य योजना पर तेजी से काम किया जाए। उन्होंने विशेष रूप से इस बात पर जोर दिया कि विकास के साथ-साथ क्षेत्र की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत को भी संजोकर रखा जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चंपावत जिले को एक मॉडल जिले के रूप में विकसित करने के लिए समर्पित प्रयासों की आवश्यकता है, ताकि यह अन्य जिलों के लिए एक प्रेरणास्रोत बन सके। विकास कार्यों में आधुनिक सुविधाओं का समावेश किया जाए, लेकिन पारंपरिक धरोहरों का संरक्षण भी उतना ही महत्वपूर्ण है।