चमोली में एक ठग ने सेना का फर्जी नायब सूबेदार बनकर मृतक सैनिक के परिवार को मदद का झांसा देकर उनके खाते से 80 हजार रुपये ठग लिए। घटना का खुलासा तब हुआ जब ठग ने एक लाख रुपये निकालने के लिए बैंक में चेक प्रस्तुत किया।
बैंक ने चेक की जांच करते हुए पीड़ित खातेदार को सूचित किया कि किसी व्यक्ति ने आपके खाते से एक लाख रुपये निकालने के लिए चेक दिया है। इस सूचना के बाद पीड़ित को ठगी का एहसास हुआ और मामला सामने आया।
मृतक सैनिक कीरत सिंह के पिता भरत सिंह ने सोमवार को राजस्व पुलिस में एक ठग के खिलाफ तहरीर दी और कठोर कार्यवाई की मांग की। भरत सिंह ने तहरीर में बताया कि उनके बेटे कीरत सिंह, जो 20 गढ़वाल राइफल्स में सेवारत थे, की मृत्यु 22 अप्रैल 2024 को बीमारी के कारण हो गई थी।
जून महीने में बिरेन्द्र सिंह नामक एक व्यक्ति ने उनसे संपर्क किया और खुद को नायब सूबेदार बताते हुए कहा कि उनकी सोसायटी मृतक सैनिक परिवारों की मदद करती है और उनके परिवार की भी मदद करना चाहती है। इस पर विश्वास करते हुए भरत सिंह नारायणबगड़ पहुंचे, जहां बिरेन्द्र सिंह ने उन्हें उनके मृतक पुत्र के सेना से संबंधित दस्तावेज और फोटो दिखाए, जिससे उन्हें उसकी बातों पर यकीन होने लगा।
उसके बाद मदद के नाम पर होने वाले खर्च का हवाला देते हुए उसने उनसे तीन ब्लैंक चेक पर हस्ताक्षर करा लिए। ठग ने 26 और 27 जून को अलग-अलग नाम से 30 हजार और 50 हजार की रकम खाते से निकाल ली। जब उसने एक लाख का चेक बैंक में लगाया तो बैंक ने उनसे पूछा कि बिरेन्द्र सिंह नाम के व्यक्ति ने आपके खाते से अमुक रकम का चेक जमा किया है भुगतान कर दें? तो उन्होंने मना कर दिया। इसके बाद ही उन्हें ठगे जाने का पता चला। इस मामले में तहसीलदार ने राजस्व उपनिरीक्षक जाखपाटियूं को मामले की जांच करने के आदेश दिए हैं।