उत्तरकाशी. उत्तरकाशी में सुरंग हादसे के 8वें दिन बचाव काम का जायजा लेने के लिए केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी मौके पर पहुंचे. टनल हादसे पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि ‘पिछले 7-8 दिनों से हम पीड़ितों को बचाने की हरसंभव कोशिश कर रहे हैं.
उन्हें बाहर निकालना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है…हमने यहां काम करने वाले संबंधित अधिकारियों के साथ 2 घंटे लंबी बैठक की है… हम 6 वैकल्पिक उपायों पर काम कर रहे हैं और भारत सरकार की विभिन्न एजेंसियां यहां काम कर रही हैं.
पीएमओ की ओर से भी इस पर खास नजर रखी जा रही है…सुरंग विशेषज्ञों और बीआरओ अधिकारियों को भी बुलाया गया है… हमारी प्राथमिकता फंसे हुए पीड़ितों को भोजन, दवा और ऑक्सीजन उपलब्ध कराना है…’
उत्तराखंड के उत्तरकाशी में धंसी सुरंग में फंसे मजदूरों को बाहर निकालने के बचाव अभियान का जायजा लेने के बाद केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि ‘इस ऑपरेशन की पहली प्राथमिकता पीड़ितों को जिंदा रखना है. बीआरओ द्वारा विशेष मशीनें लाकर सड़कें बनाई जा रही हैं. कई मशीनें यहां आ चुकी हैं. दो बोरिंग मशीनें फिलहाल बचाव अभियान चलाने के लिए काम कर रही हैं. इस हिमालयी भूभाग की जटिलताएं हैं…’ उत्तरकाशी में सुरंग बचाव अभियान पर मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि ‘अगर बरमा मशीन ठीक से काम करती है, तो हम अगले दो से ढाई दिनों में उन फंसे मजदूरों तक पहुंच पाएंगे…’
उत्तरकाशी टनल हादसे पर सड़क एवं परिवहन मंत्रालय के सचिव अनुराग जैन ने कहा कि ‘अंदर बिजली पानी और 2 किलोमीटर की जगह है, उस 2 किलोमीटर में टनल पूरी हो चुकी थी. एक पाइप के जरिये खाने की सामग्री भेजी जा रही है. समय लगेगा लेकिन हम उन्हें बाहर निकाल लेंगे.’ वहीं ओडिशा सरकार के श्रम विभाग के एक अधिकारी ने उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले की एक निर्माणाधीन सुरंग में फंसे राज्य के श्रमिकों से बात की है.
सुरंग का एक हिस्सा ढहने के बाद उसमें फंसे 40 श्रमिकों में ओडिशा के पांच श्रमिक भी शामिल हैं. अधिकारी ने बताया कि श्रमिकों ने कहा कि वे सुरक्षित हैं और ठीक हैं और उन्हें पानी और खाना पहुंचाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि श्रमिकों को जल्द ही बाहर निकाल लिया जाएगा.