देहरादून| अंकिता भंडारी मर्डर केस को लेकर उत्तराखंड में रविवार को प्रदेश बंद का आह्वान किया गया है. उत्तराखंड क्रान्ति दल की तरफ से ये ऐलान किया गया है, जिसे कांग्रेस समेत करीब 40 संगठनों का समर्थन मिला है. सभी की एक सुर में मांग है कि अंकिता भंडारी मर्डर केस को फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाकर सभी दोषियों को फांसी दी जाए. आज बुलाए गए बंद का असर भी कई जिलों में देखने को मिल रहा है.
उधर बंद को देखते हुए पुलिस और जिला प्रशासन ने भी अपनी तैयारी पूरी कर ली है. पुलिस ने शहरों को 9 सुपर जोन, 21 जून और 43 सेक्टर में बांटा गया है. दूसरी तरफ विपक्षी दलों और सामाजिक संगठनों द्वारा बंद को सफल बनाने के लिए मार्च भी निकाला गया और अंकिता को न्याय दिलाने के लिए उनसे समर्थन की मांग की गई.
उत्तरकाशी में यूकेडी समेत संयुक्त संघर्ष मोर्चे के आह्वान पर उत्तराखंड बंद का पूरा असर देखा जा रहा है. सुबह से सभी दुकाने बंद हैं. चप्पे-चप्पे पर पुलिस फोर्स लगाई गई. अंकिता हत्याकांड और भर्ती घोटाले को लेकर जनपदवासियों में भारी आक्रोश है. जनपद के लोग अंकिता के दोषियों को फांसी के साथ भर्ती घोटाले में सीबीआई जांच की मांग कर रहे है.
हरिद्वार में भी अंकिता भंडारी मर्डर केस में विपक्षी दल राज्य सरकार पर हमलावर हो रहे है. हरिद्वार के चंद्राचार्य चौक पर बड़ी संख्या में इकट्ठा हुए कांग्रेसियों ने राज्य सरकार के विरोध में नारे लगाए और प्रदेश की भाजपा सरकार पर महिला सुरक्षा को लेकर हमला बोला.
कांग्रेस नेताओं ने अंकिता भंडारी मर्डर केस के मामले में मुख्य आरोपी पुलकित आर्य को फांसी देने की मांग की. कांग्रेस महानगर अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने कहा कि फास्ट ट्रैक कोर्ट में केस को चलाकर जल्द से जल्द आरोपियों को फांसी की सजा देनी चाहिए.