उत्तराखंड के उच्च हिमालय क्षेत्र की ऊंची चोटियां और रोमांचक ट्रैकिंग रूट साहसिक पर्यटन प्रेमियों के लिए एक बड़ा आकर्षण हैं। हालांकि, इस क्षेत्र का बदलता मौसम साहसिक यात्रियों के लिए एक गंभीर चुनौती प्रस्तुत करता है। सहस्त्रताल ट्रैक पर हाल ही में मौसम के अचानक बदलने से नौ ट्रैकर्स की तबीयत बिगड़ गई और उनकी मृत्यु हो गई।
उत्तरकाशी उन कुछ जिलों में से एक है जिसे प्रकृति ने विशेष रूप से सुंदरता और विविधता से नवाज़ा है। यहां के ट्रैकिंग रूट ताल-बुग्याल से होते हुए गंगोत्री हिमालय की ओर जाते हैं, जहां 40 से अधिक पर्वत चोटियां हैं।
हर साल बड़ी संख्या में ट्रैकर्स और पर्वतारोही यहां आते हैं, ट्रैकिंग रूटों को पार करने और पर्वत चोटियों की ऊंचाइयों को छूने के लिए। लेकिन इस रोमांचक गतिविधि में एक छोटी सी गलती भी जानलेवा साबित हो सकती है।
ट्रैकिंग दल के साथ गए स्थानीय जसपाल सिंह ने बताया कि दल के 20 सदस्य सहस्त्रताल समिट कर वापसी कर रहे थे कि अचानक मौसम बदला। आंधी-तूफान के साथ ओले पड़े। ठंड इतनी हो गई कि चार लोग पैदल नहीं चल पाए। बाद में उनकी अत्यधिक ठंड से मौत हो गई। मौसम का पूर्वानुमान देखकर दल के लोग सुरक्षित स्थान पर रुकते तो हादसा टल सकता था।