यात्रा पंजीकरण रद्द होने से नाराज़ यात्री हरिद्वार सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय में धरना दे रहे हैं और वापस लौटने से इंकार कर रहे हैं। लगभग 300 यात्री इस समय वहां फंसे हुए हैं और उनकी मांग है कि वे बिना यात्रा पूरी किए नहीं लौटेंगे। चारधाम यात्रा के लिए ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन पर 31 मई तक रोक लगा दी गई है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को समीक्षा बैठक के दौरान यह निर्णय लिया और निर्देश दिए कि चारों धामों में सीमित संख्या में ही श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया जाए।
मुख्यमंत्री ने चारधाम यात्रा की व्यवस्थाओं और प्रबंधन में पिछले 10 दिनों में सामने आई कमियों और समस्याओं का विश्लेषण करने का निर्देश दिया है। उन्होंने अपर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन से कहा कि 10 दिनों के विश्लेषण के साथ-साथ समस्याओं के समाधान की रिपोर्ट भी प्रस्तुत करें। इस रिपोर्ट में यात्रा प्रबंधन के दौरान किए गए सराहनीय कार्यों का भी उल्लेख होना चाहिए।
साथ ही मुख्यमंत्री ने केदारनाथ और यमुनोत्री में नोडल अधिकारी के रूप में नियुक्त शासन और पुलिस के अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे लगातार फील्ड में उपस्थित रहें और जिलाधिकारी एवं पुलिस के साथ मिलकर व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से संचालित करें। यात्रा मार्गों पर पर्याप्त संख्या में चिकित्सकों और दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने पर भी जोर दिया गया। मुख्यमंत्री ने सभी संबंधित विभागों को 24 घंटे अलर्ट मोड पर रहने का निर्देश दिया है।