ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन की महत्वपूर्णता और सैन्य उपयोगिता को ध्यान में रखते हुए, सुरंगों के खोदाई का काम 70 फीसदी तक पूरा किया गया है। रेलवे विकास निगम का दावा है कि 2025 तक सुरंगों के निर्माण का कार्य पूर्ण हो जाएगा। आरवीएनएल के अनुसार, 2026 के अंत तक इस रेलवे लाइन का वाणिज्यिक चालन शुरू हो जाएगा।
शुक्रवार को ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन परियोजना के मुख्य परियोजना प्रबंधक अजीत सिंह यादव ने रेलवे विकास निगम (आरवीएनएल) परिसर में पत्रकारों के सामने एक वार्ता की। उन्होंने इस बारे में स्पष्ट किया कि निर्माण कार्य के दौरान सुरक्षा मानकों का ध्यान रखा जा रहा है, और कोई भी कोताही नहीं होगी। उन्होंने इस तरह का काम अनुभवी कंपनियों को सौंपा गया है।
मुख्य और सहायक सुरंगों के कुल 213 किमी में से 153 किमी की खोदाई पूरी हो चुकी है, जिसमें मुख्य सुरंगों की लंबाई 104 किमी है, जिनमें से 75 किमी का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। यादव ने इस विषय में कहा कि सभी सहायक सुरंगें हाईवे से जुड़ी जाएंगी ताकि आवश्यकता के समय यात्रियों को सीधे हाईवे पर ले जाया जा सके। उन्होंने सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत विभिन्न क्षेत्रों में करीब एक करोड़ से अधिक लागत के कार्य किए जा रहे हैं। इस अवसर पर डीजीएम ओपी मालगुड़ी, भू वैज्ञानिक विजय डंगवाल, हेमेंद्र कुमार, भूपेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे।