सुल्तानपुर से लखनऊ की ओर जा रही देहरादून एक्सप्रेस जब त्रिवेदीगंज के पास पहुंची, तो अचानक उसके पहियों से धुआं उठने लगा। इस दृश्य को देखकर यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। तत्काल ट्रेन को रोका गया और ट्रेन के रुकते ही यात्री घबराहट में कूदकर बाहर आ गए। हालांकि, स्थिति पर काबू पाने के बाद एक घंटे के भीतर ट्रेन को फिर से रवाना किया गया।
लखनऊ-सुल्तानपुर रेलवे ट्रैक पर देहरादून एक्सप्रेस जब हैदरगढ़ के पास त्रिवेदीगंज क्षेत्र के मंगलपुर गांव पहुंची, तो यात्रियों ने ट्रेन के कई पहियों से तेज धुआं उठता देखा। यह दृश्य ऐसा था मानो ट्रेन के नीचे आग लग गई हो। यात्रियों ने तुरंत इसकी सूचना लोको पायलट को दी, जिन्होंने तत्परता दिखाते हुए मंगलपुर के पास इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन रोक दी।
कंट्रोल रूम को सूचना मिलते ही परिचालन के अधिकारी सतर्क हो गए। भीषण गर्मी के कारण आग लगने के डर से सैकड़ों यात्री अपना सामान लेकर ट्रेन से नीचे कूद गए। रेलवे के अधिकारी मौके पर पहुंचे। प्रथमदृष्टया जांच में पाया गया कि गर्मी के दौरान पहियों की रगड़ के कारण ऐसा हुआ। यह भी चर्चा थी कि कुछ पहिए नहीं चल रहे हैं जो रगड़ते हुए जा रहे हैं। हालांकि, इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी।