गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर अतिवृष्टि के बाद उत्पन्न हालातों में, पांच दिनों के अंदर शासन और प्रशासन ने अपने रेस्क्यू अभियान के तहत 11,775 यात्री और स्थानीय लोगों को सुरक्षित निकाला है। इन यात्रियों को धाम सहित पैदल मार्ग से बाहर निकालने में एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
वर्तमान में धाम में लगभग 2,300 लोग हैं, जिनमें से 50 श्रद्धालु भी शामिल हैं। अनुमान है कि मंगलवार को 400 लोग पैदल मार्ग से वापस लौट आएंगे। शेष लोगों को जवानों और हेलिकॉप्टर की मदद से सुरक्षित निकाला जाएगा।
इसके बाद केदारपुरी में बेस कैंप से लेकर मंदिर क्षेत्र तक 1,900 लोग रहेंगे, जिनमें बीकेटीसी स्टॉफ, तीर्थपुरोहित, हक-हकूकधारी, जीएमवीएन स्टॉफ, सुरक्षा कर्मी और मजदूर शामिल होंगे। कोरोनाकाल के बाद यह दूसरा अवसर होगा जब मंगलवार से बाबा केदार की पूजा-अर्चना बिना दर्शनार्थियों के संपन्न होगी।