उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में पिछले कई दिनों से बारिश के साथ बर्फबारी हो रही है. इस बीच बुधवार सुबह चमोली जिले में भूस्खलन हो गया. इसके चलते अलकनंदा नदीं पर बना झूला मोटर पुल टूट गया. इस पुल के टूट जाने से हेमकुंड साबिह यात्रा मार्ग पूरी तरह से बंद हो गया है. जानकारी के मुताबिक, अकलकनंदा नदी पर बना ये पुल गोविंदघाट और हेमकुंड साहिब को जोड़ता है. बताया जा रहा है कि ये झूला पुल बुधवार सुबह गोविंदघाट के सामने पहाड़ी से गिरे बड़े पत्थरों की चपेट में आ गया.
बताया जा रहा हैकि हेमकुंड साहिब यात्रा मार्ग पर बुधवार सुबह अचानक भूस्खलन शुरू हो गया. इस दौरान पहाड़ों से बड़े बड़े पत्थर गिरने लगे. ऊंचाई से गिरे पत्थरों की वजह से हेमकुंड साहिब यात्रा मार्ग पर बना पुल टूट गया. बता दें कि इस यात्रा मार्ग पर सिर्फ यही एक पुल है जहां से आवागमन होता है.
इस पुल के टूट जाने से हेमकुंड साहिब, फूलों की घाटी का संपर्क कट गया है. जानकारी के मुताबिक, इस भूस्खलन के चलते एक व्यक्ति घायल हुआ है. हालांकि अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. चमोली के जिलाधिकारी डॉ. संदीप तिवारी ने बताया कि राहत बचाव टीम को मौके पर भेज दिया गया है.
बता दें कि पहाड़ों पर लगातार मौसम बदल रहा है. चमोली जिले में मौसम ने करवट ली है और यहां लगातार बर्फबारी हो रही है. मंगलवार को बदरीनाथ धाम, हेमकुंड साहिब, गौरसों और औली समेत सभी ऊंचे पहाड़ों पर जमकर बर्फबारी हुई. जबकि निचले इलाकों में जिनभर रुक-रुक कर बारिश होती रही. हालांकि दोपहर के बाद हल्की धूप भी दिखाई दी.
इसके साथ ही मंगलवार सुबह निचले इलाकों में हुई बारिश के चलते श्री हेमकुंड साहिब, बदरीनाथ धाम, औली और गौरसोंड समेत ऊंची चोटियों पर बर्फबारी हुई. जिससे तापमान गिर गया. बर्फबारी के चलते डेढ़ दर्जन गांव हिमाच्छादित हो गए. यही नहीं जोशीमठ विकासखंड के कई सीमांत गांवों की बिजली गुल हो गई.