हरियाणा की रमिता बुधवार को जब अपनी एयर रायफल लिए शूटिंग रेंज पर पहुंची, तो उनकी काबिलियत कसौटी पर थी. कसौटी पर वह नवनिर्मित हाईटेक शूटिंग रेंज भी थी, जिसकी तुलना दिल्ली और भोपाल की शूटिंग रेंज से की जा रही थी. रमिता की रायफल से गोली निकली. स्कोर 634.9 रहा और यह 10 मीटर की एयर रायफल महिला स्पर्धा के क्वालीफिकेशन राउंड का कीर्तिमान बन गया. रमिता तो कसौटी पर खरी उतरी ही, महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज की शूटिंग रेंज भी खरा सोना साबित हुई.
राष्ट्रीय खेलों के पहले दिन की इससे शानदार शुरुआत हो ही नहीं सकती थी, जबकि शूटिंग की पहली ही स्पर्धा में रिकार्ड टूट गया. भारतीय शूटिंग टीम के असिस्टेंट कोच अरुण सिंह के मुताबिक-इससे पहले, शूटिंग की इस स्पर्धा में क्वालीफिकेशन रिकार्ड 637.7 स्कोर पर बना था. यह रिकॉर्ड भोपाल में आयोजित वर्ल्ड कप चैंपियनशिप में बना था. रमिता ने दो अतिरिक्त प्वाइंट अर्जित कर नया क्वालीफिकेशन रिकॉर्ड बनाया है. रमिता को अब बृहस्पतिवार को इस स्पर्धा के फाइनल में खेलना है. दो तरह के रिकॉर्ड मेंटेन किए जाते हैं. एक क्वालीफिकेशन और दूसरा मेडल रिकॉर्ड होता है.
राष्ट्रीय खेलों के लिए महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज में बनाई गई हाईटेक शूटिंग रेंज की जितनी तारीफ की जा रही थी, वह पहले ही दिन सही साबित हुई है. भारतीय टीम के असिस्टेंट कोच अरुण सिंह शुरू से ही कह रहे थे कि जिस तरह से इस शूटिंग रेंज को तैयार किया गया है, उससे यहां नए रिकार्ड निकल सकते हैं.
यह है शूटिंग रेंज की खासियत
शूटिंग रेंज में कुल 160 टारगेट स्थापित हैं. 10 व 25 मीटर रेंज के 60-60 व 50 मीटर रेंज के 40 टारगेट हैं.
टारगेट क्षमता के मामले में यह दिल्ली व भोपाल के बाद तीसरे नंबर की शूटिंग रेंज है. 25 मीटर की रेंज में सबसे ज्यादा टारगेट फिक्स करने की क्षमता.
अत्याधुनिक हाईटेक उपकरणों से सुसज्जित यह शूटिंग रेंज है. हाईटेक टारगेट से सटीक स्कोरिंग सुनिश्चित हो रही है.
रमिता बोली-पेरिस की तरह ही है शूटिंग रेंज
क्वालीफिकेशन रिकॉर्ड बनाने वाली हरियाणा की रमिता पेरिस ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं. वह पेरिस ओलंपिक में अंतिम आठ में जगह बनाने में कामयाब रहीं थीं. रमिता का कहना है कि उन्हें उम्मीद थी कि वह रिकार्ड बनाएंगी. अपनी कोच नेहा चवन को भी वह इस मौके पर याद करने से नहीं चूकी. साथ ही कहा कि दून की शूटिंग रेंज बहुत अच्छी है. पेरिस की शूटिंग रेंज में जो उपकरण लगे थे, वे ही यहां लगाए गए हैं. इससे स्कोरिंग अच्छी हो रही है.
उत्तराखंड बहुत सुंदर, हमेशा से पसंद है
हरियाणा के कुरुक्षेत्र के लाडवा की रहने वाली रमिता हंसराज कॉलेज दिल्ली की बी कॉम ऑनर्स की छात्रा हैं. वर्ष 2015 से शूटिंग प्रतियोगिता में हिस्सा ले रही हैं. रमिता का कहना है कि उत्तराखंड उन्हें हमेशा से पसंद रहा है. देहरादून कई बार आई हैं घूमने के लिए. इस बार भी फाइनल मैच हो जाने के बाद जब समय मिलेगा, वह यहां के प्राकृतिक नजारों को देखने के लिए निकलेंगी.
राष्ट्रीय खेलों के लिए हमने अंतरराष्ट्रीय मानक वाले उपकरणों की व्यवस्था की है. मुझे उम्मीद है कि देश भर से आए खिलाड़ी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन उत्तराखंड की धरती पर करेंगे और खेलों में नए-नए कीर्तिमान स्थापित होंगे. मैं सभी को बहुत बहुत शुभकामनाएं देता हूं.
पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री