पुलकित आर्य के पॉलीग्राफ टेस्ट के लिए केंद्रीय फोरेंसिक प्रयोगशाला (सीएफएसएल) ने समय दे दिया है. पॉलीग्राफ टेस्ट एक फरवरी को शुरू होगा और तीन फरवरी तक तीन चरणों में पूरा किया जाएगा. पहली को पुलकित मुकदमे के विवेचना अधिकारी के साथ सीएफएसएल दिल्ली में उपस्थित होगा.
अंकिता हत्याकांड में वीआईपी के नाम को उजागर करने के लिए पुलिस आरोपियों का पॉलीग्राफ और नार्को टेस्ट कराना चाहती है. इसके लिए 12 दिसंबर को पुलिस ने अदालत में अर्जी लगाई थी. पहले तो दो आरोपियों ने नार्को टेस्ट के लिए सहमति दे दी थी.
लेकिन, बाद में उन्होंने अपने वकील की सलाह लेने की बात कही थी. इसके बाद सिर्फ पुलकित आर्य ही अपना नार्को और पॉलीग्राफ टेस्ट कराने को राजी हुआ था. उसने अपनी कुछ शर्तों को भी शामिल किया था.
पुलकित केवल पुलिस के ही सवालों का उत्तर नहीं देना चाहता बल्कि उसने अपने सवालों को भी शामिल करने की शर्त रखी थी. पुलकित की इन्हीं शर्तों को शामिल करते हुए पुलिस ने अपना पक्ष कोर्ट में रखा था. इस पर कोर्ट ने पॉलीग्राफ और नार्को टेस्ट की अनुमति दे दी थी.
पुलिस ने दिल्ली सीएफएसएल से दोनों टेस्ट कराने की बात कही थी. इसके लिए एक से तीन फरवरी का समय पुलिस को दिया गया था. एडीजी कानून व्यवस्था वी मुरुगेशन ने बताया कि पुलकित का पहले पॉलीग्राफ टेस्ट कराया जाना है.
केंद्रीय फोरेंसिक लैब ने विवेचना अधिकारी को एक फरवरी को पुलकित को लेकर बुलाया है. यह टेस्ट तीन दिनों तक चलेगा. इसके बाद इसकी रिपोर्ट गोपनीय रूप से तैयार कर न्यायालय में प्रस्तुत की जाएगी. पुलकित से जो सवाल पूछे जाने हैं, उनकी लिस्ट विवेचना अधिकारी ने तैयार कर ली हैं. इन्हें टेस्ट के पहले ही विशेषज्ञों को मुहैया करा दिया जाएगा.
बता दें कि 18 सितंबर की रात को वनंत्रा रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य ने राजस्व पुलिस चौकी में अपनी कर्मचारी अंकिता भंडारी के गुमशुदा होने की शिकायत दी थी. इसके बाद पुलिस ने पुलकित आर्य, मैनेजर सौरभ भास्कर और अंकित से सख्ती से पूछताछ की तो उन्होंने सारी बात उगल दी. पता चला कि पुलकित और अंकिता के बीच झगड़ा हुआ था. ऋषिकेश से लौटते वक्त अंकिता और पुलकित के बीच नहर किनारे फिर से विवाद हुआ और इस बीच पुलकित ने अंकिता को नहर में धक्का दे दिया था. पुलिस ने इस मामले में 22 सितंबर को पुलकित, अंकित और सौरभ को गिरफ्तार कर लिया था.