उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में सोमवार देर रात मौसम का मिजाज बदला नजर आया. जिसके बाद मंगलवार तड़के केदारनाथ और यमुनोत्री धाम की पहाड़ियों पर सीजन का पहला हिमपात हुआ. वहीं, हाल ही में हुई बारिश और अब हिमपात से धामों में ठंड भी बढ़ने लगी है.
यमुनोत्री धाम के ऊपर सप्त ऋषि कुंड, कालिंदी पर्वत, बंदरपूंछ, गरुड़ गंगा टॉप में तड़के हिमपात हुआ. हल्की बर्फबारी के बाद धाम में भी मौसम सुहावना हो गया है. उधर, पहाड़ों की रानी मसूरी, धनोल्टी और कैंपटी में सोमवार देर रात से हल्की बारिश हो रही है. बारिश के बाद मसूरी में भी हल्का कोहरा छाया हुआ है. साथ ही ठंड भी बढ़ने लगी है.
वहीं, आज मैदानी इलाकों में दिन की शुरुआत चटक धूप के साथ हुई. गढ़वाल और कुमाऊं के कई इलाकों में हालांकि हल्के बादल छाए हैं, लेकिन ज्यादातर क्षेत्रों में धूप खिलने से उमस भरी गर्मी हो गई है.
वहीं, बारिश के बाद भी बाबा केदार के भक्तों का उत्साह कम नहीं हो रहा है. केदारनाथ में दर्शनार्थियों की संख्या 12 लाख से ज्यादा पहुंह गई है. बीते दस दिनों से धाम में प्रतिदिन श्रद्घालुओं की संख्या बढ़ रही है.
इस वर्ष अब यात्रा के सिर्फ 37 दिन रह गए हैं. जिस तरह से यात्रियों की संख्या बढ़ रही है, उससे उम्मीद है कि कपाट बंद होने तक यात्रियों की संख्या 15 लाख तक पहुंच सकती है. भक्तों की उमड़ती भीड़ को देखते हुए मंदिर भी 14 से 15 घंटे खुल रहा है.
यात्रियों की भीड़ के चलते मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश अस्थायी तौर पर बंद कर दिया गया है. अब भक्तों को सभामंडप से ही दर्शन कराए जा रहे हैं. अब सुबह पांच बजे से दर्शन शुरू हो रहे हैं जो अपराह्न तीन बजे तक कराए जा रहे हैं.
इसके बाद आराध्य को भोग लगाया जा रहा है, जिसके चलते एक से डेढ़ घंटे के लिए मंदिर को बंद किया जा रहा है. साढ़े चार बजे से पुन: मंदिर में दर्शन शुरू हो रहे हैं जो रात नौ बजे तक कराए जा रहे हैं.