अल्मोड़ा जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर और अंडरवर्ल्ड डॉन प्रकाश पांडे उर्फ पीपी पांडे को श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा का संत बनाए जाने के मामले की जांच के लिए संतों की एक विशेष टीम अल्मोड़ा जाएगी। यह महत्वपूर्ण निर्णय उत्तर प्रदेश के नगीना में आयोजित जांच समिति की बैठक में लिया गया।
समिति के सदस्यों ने इस विवादास्पद मामले की गहराई से जांच करने के लिए अल्मोड़ा का दौरा करने का फैसला किया है, ताकि इस मामले के सभी पहलुओं की जांच की जा सके और उचित कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके।
हाल ही में कई नई जानकारी सामने आई है। पीपी, जो कभी छोटा राजन का प्रमुख सहयोगी था, वर्तमान में उम्रकैद की सजा काट रहा है। अगस्त 2023 में पौड़ी जेल से हरिद्वार जिला जेल और फिर अल्मोड़ा जेल में स्थानांतरित किया गया। हाल ही में खबर आई कि उसे जूना अखाड़ा के संतों ने संन्यास दीक्षा दी है और कुछ मठों का उत्तराधिकारी भी बनाया जा रहा है।
इस मामले की गहन जांच के लिए अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक श्रीमहंत हरिगिरी महाराज ने सात सदस्यीय एक विशेष समिति का गठन किया। इस समिति की शनिवार शाम को यूपी के बिजनौर जिले के नगीना में हुई बैठक में पीपी को संत बनाने के मुद्दे पर चर्चा की गई। श्रीमहंत हरिगिरी महाराज ने बताया कि समिति ने निर्णय लिया है कि एक टीम जल्द ही अल्मोड़ा जाएगी और पूरे मामले की विस्तार से जांच करेगी। टीम यह भी जांचेगी कि किस आधार पर और किसने पीपी को संत की दीक्षा दी है और पीपी के पूर्व इतिहास की भी छानबीन की जाएगी। रिपोर्ट के आधार पर ही आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।