उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग पेपर लीक मामले में गिरफ्तारी का सिलसिला बढ़ता जा रहा है. एसटीएफ ने आज अपर निजी सचिव गौरव चौहान को पेपर लीक मामले में गिरफ्तार किया है. गौरव को पूछताछ के लिए एसटीएफ कार्यालय बुलाया था. इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया. मामले में अभी तक एसटीएफ 15 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है.
जानकारी के मुताबिक एक करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि बरामद हुई है. जिस तरह से पेपर लीक के मामले का खुलासा हो रहा है, ऐसे में एक बात तो साफ है कि प्रदेश के युवाओं के साथ बहुत बड़ी धोखाधड़ी परीक्षा में की गई थी. यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले की जांच जारी है.
अब प्रिंटिंग प्रेस लखनऊ से आयोग होते हुए सचिवालय पहुंची. एसटीएफ ने बुधवार शाम को सचिवालय के लोक निर्माण एवं वन विभाग में कार्यरत अपर निजी सचिव गौरव चौहान को बयान के लिए कार्यालय बुलाया गया, जिसके बाद उसे गिरफ्तार किया गया.
पूर्व में गिरफ्तार अभियुक्तों और अन्य छात्रों से गहन पूछताछ के आधार पर और पुख्ता साक्ष्यों में मनोज जोशी कोर्ट कर्मचारी और अभियुक्त तुषार चौहान से परीक्षा प्रश्न पत्र लीक के संबंध में जानकारी ली गई.
अभियुक्त द्वारा दो अभ्यर्थियों से 15-15 लाख में सौदा तय हुआ. जिसमें 24 लाख अभियुक्त द्वारा अभ्यर्थियों के माध्यम से एग्जाम के रिजल्ट बाद प्राप्त किए गए थे. बाकी का भुगतान अन्य को परीक्षा से पूर्व किया गया था. पूछताछ और उपलब्ध साक्ष्य व इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों के आधार पर उपरोक्त गिरफ्तारी की गई है.
वहीं, अपील की गई जिन अभ्यर्थियों द्वारा परीक्षा में अनुचित साधन का प्रयोग किया है वो खुद कार्यालय आकर अपने बयान शीघ्र दर्ज कराएं. अभी तक कई छात्रों द्वारा अपनी गलती स्वीकार की गई है. एसटीएफ उत्तराखंड को ऐसे अभ्यर्थियों जो अनुचित साधनों से क्वॉलिफाई किए हैं के संबंध में जानकारी मिल रही है. भविष्य में उनकी गिरफ्तारी संभव है.