रविवार 14 जनवरी 2024 को गायक तरुण सकलानी ने अपना पहाड़ी गाना “लौटी घर उलो इजा (फौजी की कहानी)” उत्तरायणी कौतिक खटीमा में विमोचित किया. यह गाना उन फौजी भाइयों को समर्पित है जो अपना घर परिवार छोड़कर देश की सेवा में तत्पर हैं. गाना अपने बोलो की वजह से हृदय स्पर्शी बन गया है.
इस गाने के बोल के अनुसार एक फौजी जिसकी ड्यूटी लड़ाई के मैदान में लगी है वह अपने मां-बाप को याद करते हुए कहता है की मां पापा मुझे आपकी बहुत याद आ रही है. मैं घर लौट कर आऊंगा आप उम्मीद मत छोड़ना. वह यह भी कहता है कि मैं देश के लिए शहीद हो सकता हूं क्योंकि भारत माता मेरी माता है, लेकिन अगर मैं शहीद भी हो गया तो भी मैं आपके पास दोबारा जन्म लेकर आऊंगा.
अपने मां के हाथ के बने हुए खाने की तारीफ करके कहता है कि जब मैं आपके पास नहीं होता हूं तो मुझे आपके बनाए हुए सुंदर पहाड़ी भोजन की बहुत याद आती है. और अंत में फौजी भाई अपनी भावनाओं को दिखाते हुए कहता हैं की मां जब मैं 2 महीने की छुट्टी आऊंगा तो मैं अपनी कुंवारी बहन का विवाह करूंगा.
और पिताजी जो कि बीमार है उनका इलाज करा कर ही ड्यूटी जाऊंगा. और जो छोटा भाई है जो पढ़ाई कर रहा है उसकी पढ़ाई लिखाई में भी उसका ध्यान दूंगा. यह लगभग फौज में कार्य करने वाले हर फौजी की कहानी है क्योंकि हर कोई अपनी पारिवारिक जिम्मेदारियां को महसूस करता है परंतु देश सेवा के कारण उन जिम्मेदारियां को न निभाने का अंदर से दुख भी महसूस करता है.