उत्तराखंड में 14 जुलाई से कांवड़ यात्रा 2022 की शुरुआत हो गई है. कोरोना संकट की वजह से 2020 और 2021 में कांवड़ यात्रा नहीं हो सकी लेकिन इस बार कांवड़ यात्रा को लेकर भगवान शंकर के भक्तों में खासा उत्साह है. इसे देखते हुए देव नगरी उत्तराखंड में भारी संख्या में कांवड़ियों के पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है.
उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी का कहना है कि इस बार 5 से 6 करोड़ कांवड़िए राज्य में पहुंच सकते हैं. कांवड़ियों की संख्या को देखते हुए उत्तराखंड प्रशासन ने अपनी तैयारी की है. यात्रा के दौरान शांति एवं सद्भाव बना रहे इसके लिए उत्तराखंड पुलिस ने कांवड़ियों के लिए दिशा-निर्देश एवं कुछ पाबंदियां लगाई हैं.
उत्तराखंड में यात्रा के दौरान कांवड़िये अपने साथ त्रिशूल, तलवार एवं अन्य नुकसान पहुंचाने वाले उपकरण लेकर नहीं चल सकेंगे. जिलों के आउटपोस्ट पर तैनात पुलिसकर्मियों को ऐसे धार्मिक प्रतीक चिन्ह एवं वस्तुएं जिनसे नुकसान पहुंचने की आशंका हो, उन्हें जब्त करने का निर्देश दिया गया है.
देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जन्मेजय खंडूरी ने कहा कि कांवड़ यात्रा के दौरान तलवार, त्रिशूल एवं लाठी लेकर चलने पर रोक रहेगी. जिलों के सभी पुलिस स्टेशनों एवं आउटपोस्ट पर तैनात पुलिसकर्मियों को ऐसी वस्तुएं जब्त करने का निर्देश दिया गया है.