यूकेएसएसएससी की स्नातक स्तरीय परीक्षा के रिजल्ट को लेकर अफवाह फैलाने वाले दो कोचिंग सेंटरों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी. इनमें से एक सेंटर देहरादून और दूसरा सेंटर चमोली का है. खुद परीक्षा में फेल होने के बाद कोचिंग सेंटर संचालक ने अफवाह फैलाई थी.
यूकेएसएसएससी अध्यक्ष जीएस मर्तोलिया ने बताया कि दोनों सेंटर संचालकों के खिलाफ मुकदमा कराया जा रहा है. दोनों ने अन्य अभ्यर्थियों और छात्रों के रिजल्ट का विरोध करने के लिए सोशल मीडिया पर भ्रामक तथ्य फैलाएं. इससे अन्य लोगों को उकसाने का प्रयास किया गया था.
यूकेएसएसएससी सचिव सुरेंद्र सिंह रावत ने बताया कि हाल में जानकारी में आया कि परीक्षा में पास कुछ अभ्यर्थियों के बारे में सोशल मीडिया पर गलत सूचनाएं प्रचारित की जा रही हैं.
अफवाहों की बिंदुवार जांच की गई तो पता चला कि सभी तथ्य गलत हैं. अफवाह फैलाई गई कि एक अभ्यर्थी जगदीश सिंह के लोक सेवा आयोग, हरिद्वार द्वारा कराई गई पटवारी-लेखपाल भर्ती परीक्षा में 16 अंक थे. जबकि, यूकेएसएसएससी की स्नातक स्तरीय परीक्षा में उन्होंने पांचवा स्थान प्राप्त किया था.
यह तथ्य जांच में गलत पाया गया. इसी प्रकार कमल किशोर और चंद्रशेखर के बारे में अफवाह फैलाई गई कि दोनों गलत तरीकों का प्रयोग कर पास हुए. यह आरोप भी सही नहीं पाए गए. जांच में पाया गया कि परीक्षा के रिजल्ट के प्रति भ्रम फैलाने और युवाओं को उसका विरोध करने के लिए उकसाने के लिए गलत सूचनाएं फैलाई जा रही थी.