रुद्रनाथ मंदिर के मुख्य पुजारी हरीश भट्ट ने बताया कि पंचांग गणना के अनुसार 17 अक्तूबर को कार्तिक सक्रांति को शांर7 बजे शीतकाल के लिये बंद किये गये. 18 अक्तूबर को भगवान रुद्रनाथ की उत्सव डोली रात्रि प्रवास के लिये वीरभद्र मंदिर डुमक पहुंचेगी.
जहां से 19 को प्रस्थान कर देव डोली कुजौं के गणजेश्वर मंदिर में रात्रि प्रवास कर 20 अक्तूबर को सायं 3 बजे शीतकालीन गद्दी स्थली गोपीनाथ मंदिर पहुंचेगी.
जहां पूजा-अर्चना के बाद भगवान रुद्रनाथ का चल विग्रह को मंदिर के गर्भगृह में विराजमान होगा.