शुक्रवार को प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में अत्यधिक बारिश की संभावना जताई गई है। मौसम विज्ञान केंद्र ने देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी, बागेश्वर, नैनीताल, चंपावत और ऊधमसिंह नगर जिलों के अधिकांश हिस्सों के लिए भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है।
इसके अतिरिक्त, उत्तरकाशी, टिहरी, चमोली, रुद्रप्रयाग, अल्मोड़ा और पिथौरागढ़ जिलों के कुछ क्षेत्रों में तेज बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इन क्षेत्रों में तेज हवाओं के साथ कई बार भारी बारिश होने की उम्मीद है। मौसम विशेषज्ञों ने संवेदनशील क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
मौसम विज्ञान विभाग द्वारा जारी पूर्वानुमान के अनुसार, भारी बारिश की चेतावनी के चलते प्रदेश के सभी जिलों में शुक्रवार को स्कूल बंद रखने का निर्णय लिया गया है। जिला प्रशासन ने बच्चों की सुरक्षा के मद्देनजर 12वीं कक्षा तक के सभी स्कूलों को बंद रखने का आदेश जारी किया है। बारिश और भूस्खलनों के कारण राज्य में 168 मार्ग बंद हो चुके हैं, जिनमें राष्ट्रीय राजमार्ग, राज्य मार्ग, बार्डर रोड और ग्रामीण मोटर मार्ग शामिल हैं।
सबसे अधिक प्रभावित चमोली जिला है, जहां 29 ग्रामीण मोटर मार्ग, एक राज्य मार्ग और एक मुख्य जिला मार्ग बंद है| मार्गों के बंद होने से लोगों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। लोक निर्माण विभाग के अनुसार, बाढ़ और बारिश से 50 पुलों को नुकसान पहुंचा है, जिनमें 15 पूरी तरह से क्षतिग्रस्त और 35 आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हैं।
विभाग ने इन क्षतिग्रस्त संरचनाओं को पूर्व स्थिति में लाने के लिए लगभग 35,008.67 लाख रुपये की लागत का अनुमान लगाया है।