भारतीय क्रिकेटर ऋषभ पंत की हालत में सुधार जारी है और अब उन्हें देहरादून स्थित मैक्स अस्पताल के आईसीयू से निकालकर निजी वॉर्ड में भेज दिया गया है. यहां डॉक्टरों की एक टीम लगातार उनकी निगरानी कर रही है.
इस बीच ऋषभ को सबसे पहले अस्पताल पहुंचाने वाले रजत और निशू ने देहरादून पहुंचकर भारतीय विकेटकीपर से मुलाकात की. दोनों ने समाचार एजेंसी एएनआई से बात की और दुर्घटना वाली रात के बारे में बताया.
उन्होंने कहा, “सबसे पहले हमने उन्हें देखा था और उनकी हालत बेहद गंभीर थी. हमने उन्हें मदद पहुंचाई और फिर सुशील नाम के ड्राइवर और बस के कंडक्टर ने 108 नंबर पर कॉल कर एंबुलेंस को बुलाया. हमे नहीं पता था कि वह कौन है लेकिन इंसानियत के नाते और उनकी जान बचाने के लिए हमने उनके शरीर को कपड़े से ढका और सक्षम अस्पताल पहुंचाने में मदद की.”
रजत ने बताया कि पंत काफी दर्द में थे और इसलिए उन्हें एंबुलेंस में ही पेनकिलर इंजेक्शन लगाया गया. जबकि उनके सिर के खून को रोकने के लिए उसपर दुपट्टा बांधा गया. दोनों ने पंत के 4000 रूपये भी लौटाए और बताया कि पंत की बाकी की चीजें गाड़ी में आग लगने की वजह से जल गई थीं.
इस बीच दिल्ली एंड डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन (डीडीसीए) के निदेशक श्याम शर्मा ने बताया कि पंत की स्थिति में सुधार के बाद उन्हें निजी वॉर्ड में शिफ्ट कर दिया गया है. उन्हें पैर में दर्द हो रहा है लेकिन कोई चोट नहीं है.
शर्मा ने एएनआई से बताया कि संक्रमण के डर से हमने उनके परिवार और अस्पताल प्रशासन से पंत को निजी वार्ड में शिफ्ट करने के लिए कहा. वह जल्दी ही ठीक हो जाएगा.
बता दें कि पंत उस समय बाल बाल बच गए जब उनकी लक्जरी कार ने शुक्रवार को तड़के दिल्ली-देहरादून राजमार्ग पर सड़क के डिवाइडर से टकराने के बाद आग पकड़ ली थी. वह अपनी मां को ‘सरप्राइज’ देने के लिये रुड़की जा रहे थे. स्थानीय अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद उनका मैक्स देहरादून में इलाज चल रहा है.
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) के निदेशक श्याम शर्मा , बॉलीवुड अभिनेता अनिल कपूर और अनुपम खेर ने अस्पताल में पंत और उनके परिजनों से मुलाकात की.