उत्तराखंड में विधानसभा से पहले कांग्रेस ने धामी सरकार को बड़ा झटका दिया है. प्रदेश के बड़े दलित नेता और सरकार में कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य अपने बेटे नैनीताल विधायक संजीव आर्य के साथ बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए हैं. यशपाल आर्य और उनके बेटे संजीव आर्य ने 2017 में कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थामा था. लेकिन, अब एक बार फिर यशपाल और संजीव ने कांग्रेस का दामन थाम लिया.
बता दें कि यशपाल आर्य पुष्कर सिंह धामी सरकार में मंत्री थे और उनके पास छह विभाग थे. जिसमें परिवहन, समाज कल्याण, अल्पसंख्यक कल्याण, छात्र कल्याण, निर्वाचन और आबकारी विभाग शामिल थे.
इससे धामी ने आज प्रेस के सामने कहा “हमारी पार्टी राष्ट्र प्रथम, संगठन द्वितीय और व्यक्ति अंतिम के सिद्धांत को मानती है. परन्तु जब कोई इस सिधांत पर नहीं चल पाता तो अपना अलग रास्ता चुन लेता है. बस यह ही हुआ होगा. व्यक्तिगत हित और समाज का हित, इन दो में से एक को चुनना होता है. जो व्यक्तिगत हित को सर्वोपरी रखते हैं उन्हें भारतीय जनता पार्टी में समस्या आनी ही आनी है.”
एक शेर की दो पंक्तियाँ याद आ रही है- ” जाने वाले को कहाँ रोक सका है कोई, तुम चले हो तो कोई रोकने वाला भी नहीं ”