उत्तराखंड में चारधाम यात्रा की 10 मई से शुरुआत हो गई. पहले दिन केदारनाथ धाम में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. इसी के साथ रविवार सुबह बद्रीनाथ धाम के कपाट भी खुल गए. इस दौरान वैदिक मंत्रोच्चार और बद्री विशाल के जयकारों से पूरा इलाका गूंज उठा. बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलते ही श्रद्धालु भी पहुंचने लगे.
इसी बीच पुलिस ने लोगों से अपील की कि वे अभी यमुनोत्री धाम की यात्रा न करें. बता दें कि बद्रीनाथ धाम के कपाट छह महीने के बाद खुले हैं. शीतकाल के चलते पिछले साल 18 नवंबर को बद्रीनाथ धाम के कपाट बंद हुए थे. केदारनाथ और यमुनोत्री के बाद रविवार को बाबा बद्री विशाल के दरबार में भी भक्तों का तांता लगना शुरू हो गया.
जैसे ही चारधाम यात्रा शुरू हुई भारी संख्या में श्रद्धालु यमुनोत्री धाम पहुंचने लगे. यमुनोत्री धाम में यात्रियों की इतनी भीड़ लग गई कि पुलिस ने यात्रा को गंगोत्री धाम के लिए डाइवर्ट कर दिया. पुलिस ने यात्रियों से यमुनोत्री धाम की यात्रा को एक दिन के लिए स्थगित करने की अपील की है. क्योंकि यमुनोत्री धाम में बड़ी संख्या में यात्री पहुंच रहे हैं. जिसके चलते यमुनोत्री हाइवे पर जाम जैसे हालात पैदा हो गए. बीती रात भी यहां सैकड़ों यात्री जाम में फंसे रहे. ऐसे में एसपी, डीएम उत्तरकाशी रातभर मौके पर डटे रहे.
चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए रविवार सुबह उत्तरकाशी पुलिस ने अपने सोशल मीडिया हेंडल एक्स पर पोस्ट किया. जिसमें उन्होंने लिखा, “आज श्री यमुनोत्री धाम पर क्षमता के अनुसार पर्याप्त श्रद्धालु यात्रा के लिए पहुंच चुके हैं. अब और अधिक श्रद्धालुओं को भेजना जोखिम भरा है. जो भी श्रद्धालु आज यमुनोत्री यात्रा पर आने जा रहे हैं. उनसे विनम्र अपील की जा रही है कि आज यमुनोत्री जी की यात्रा स्थगित करें.”