बाबा केदार के भक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदर दास मोदी छठवीं बार केदारनाथ पहुंचे. पहले केदारनाथ में बाबा के दर्शन करके वे भगवान विष्णु की नगरी बदरीनाथ पहुंचे. यहां भी पूजा-अर्चना करके पीएम मोदी ने कुछ देर मौसम का आनंद लिया. देश के आखिरी गांव माणा से पीएम मोदी ने जनता को संबोधित भी किया.
अपने संबोधन में उन्होंने 25 साल पुराना किस्सा साझा किया. उन्होंने बताया कि यह वह दौर था जब वो भाजपा के एक मामूली कार्यकर्ता थे और कोई उन्हें नहीं जानता था. मोदी आगे कहते हैं कि उनके एक कार्य ने उत्तराखंड में भाजपा के सभी नेताओं को नाराज कर दिया था. चलिए जानते हैं वो किस्सा…
भगवान बदरीविशाल के दर्शन करने के बाद एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबसे पहले उत्तराखंड सरकार के कार्यों की तारीफ की और कहा कि डबल इंजन की सरकार की दूरदर्शिता का ही परिणाम है कि आज चारधामों में लोगों की संख्या तेजी से बढ़ी है. लोगों को पर्याप्त सुविधाएं दी जा रही है. पर्यटन की दृष्टि से उत्तराखंड राज्य सर्वोत्तम है और आज भाजपा सरकार इसका पूरा फायदा उठा रही है. स्थानीयों के लिए भी स्वरोजगार के मौके बढ़े हैं.
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा, आज बाबा केदार और बदरी विशाल के दर्शन करके मन प्रसन्न हो गया और जीवन धन्य हो गया. ये मेरा सौभाग्य है कि आज मुझे आप सभी के दर्शन करने का मौका मिल है. जैसे की सीएम ने इच्छा प्रकट की. अब मेरे लिए भी सीमा पर बसा हर गांव पहला गांव ही है.
आज से 25 साल पहले जब मैं उत्तराखंड में बीजेपी के कार्यकर्ता के तौर पर काम करता था, तब उस समय माणा गांव में मैंने भाजपा कार्यसमिति की बैठक बुलाई थी. उस वक्त लोग मुझसे काफी नाराज भी हुए. उन्होंने कहा कि इतना दूर बुलाकर पैसा और ऊर्जा दोनों को बर्बाद किया गया.
पीएम मोदी ने आगे कहा कि उस वक्त परेशानी जरूर हुई लेकिन, माणा गांव के मिट्टी की ताकत है कि आपका आशीर्वाद बना हुआ है. हमें सेवा का दोबारा मौका देने के लिए मैं आपका आभार व्यक्त करता हूं, पीएम का संदर्भ लगातार दूसरी बार भाजपा का उत्तराखंड में सरकार बनाने से था.