देहरादून। उत्तराखंड शिक्षा विभाग में एक बार फिर हैरान करने वाला मामला सामने आया है, शिक्षा विभाग से ऐसी तस्वीर सामने आई है, जिसने सोचने पर फिर से मजबूर कर दिया है कि उत्तराखंड शिक्षा व्यवस्था किस ओर जा रही है, हाल ही में केंद्रीय शिक्षा विभाग के द्वारा जारी की गई पीजीआई की रिपोर्ट में उत्तराखंड शिक्षा विभाग की पोल खोल कर रह गई थी, आखिरकार किस तरीके से शिक्षा के स्तर के मामले में उत्तराखंड देश के 35 वें नंबर पर हैं, लेकिन लगता है कि उत्तराखंड में कुछ शिक्षकों की नींद भी इन आंकड़ों से खुली नहीं है.
उत्तराखंड की स्कूल की ऐसी तस्वीर सामने आई है, जिससे कई शिक्षकों के बीच भी चर्चा का विषय बना हुआ है कि आखिरकार इस तरीके से शिक्षक कैसे काम कर सकते है, तस्वीर में आप देख सकते हैं कि शिक्षक जहां एक तरफ फोटो खिंचवा रहे हैं तो ठीक उसी फोटो में बच्चों से परीक्षा परिणाम तैयार करवाया जा रहा फोटो से तो ऐसा ही प्रतीत होता है , जो काम शिक्षकों को खुद करना चाहिए था, वह बच्चों से करवाया जा रहा है जो गंभीर मामला प्रतीत होता है। शिक्षा मंत्री ने लिया संज्ञान जांच के दिए निर्देश.
वहीं शिक्षा मंत्री धनसिंह रावत में वायरल हो रही फोटो का संज्ञान लिया है शिक्षा मंत्री धनसिंह रावत का कहना है कि उन्होंने भी स्कूल की वह फोटो देखी है जिसमें बच्चों से परीक्षा परिणाम तैयार करवाया जा रहा है इसलिए उन्होंने इस मामले में जांच के निर्देश दिए हैं और जो भी इसको लेकर गलत पाया जाएगा उस पर कार्यवाही की जाएगी वहीं शिक्षा महानिदेशक बंशीधर तिवारी का भी कहना है कि वायरल हो रही फोटो पर जांच की जा रही है जैसे ही जांच रिपोर्ट आएगी उसके बाद कार्यवाही की जाएगी.
छात्रों से परीक्षा परिणाम तैयार किए जाने की फोटो हो रही वायरल, शिक्षा मंत्री ने लिया संज्ञान, जांच के दिए निर्देश
स्वास्थ्य महानिदेशालय को वित्तीय वर्ष 2022-23 हेतु स्वीकृत बजट खर्च की धीमी प्रगति पर नाराजगी जताते हुये उन्होंने कहा कि अधिकारी सभी मदों में बजट को समय पर खर्च करना सुनिश्चित करें. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इण्डियन मेडिकल एसोसिएशन उत्तराखंड इकाई ने राज्य सरकार से छोटे अस्पतालों को क्लीनिकल एसब्लिशमेंट एक्ट के कुछ प्रावधानों में छूट देने की मांग की है.
जिसके लिये शीघ्र ही छूट संबंधी प्रस्ताव तैयार कर कैबिनेट में लाया जायेगा. बैठक में विभागीय मंत्री ने प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत धीमी प्रगति वाले चार जनपदों के मुख्य चिकित्साधिकारियों को अभियान में तेजी लाने के निर्देश दिये.
बैठक में सचिव स्वास्थ्य डॉ. आर. राजेश कुमार, अपर सचिव अरूणेन्द्र चौहान, निदेशक स्वास्थ्य डॉ0 विनीता शाह, निदेशक एनएचएम डॉ. सरोज नैथानी, अपर निदेशक डॉ. मीतू शाह एवं आईएमए के प्रदेश सचिव डॉ. अजय खन्ना सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे.