उत्‍तराखंड

देहरादून के इस देवी मंदिर में नया वाहन लेने पर  चुनरी बांधते हैं लोग, जुड़ी है लाखों भक्तों की आस्था

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मां डाट काली मंदिर का स्थान अपने आप में एक अद्वितीय स्थल है, जो वर्षों से लाखों भक्तों को अपनी ओर खींचता आ रहा है। यहाँ पर आने वाले भक्त अपनी मनोकामनाओं को पूरा करने के लिए अपने मन, शरीर और आत्मा को समर्पित करते हैं। मंदिर में लगातार 102 सालों से अखंड ज्योति का दीप प्रज्ज्वलित है, जो भक्तों को आत्मिक शांति और संतुष्टि का अनुभव कराता है। यह ज्योति न केवल मां के आशीर्वाद का प्रतीक है, बल्कि यह भक्तों को एक उज्ज्वल भविष्य की ओर प्रेरित भी करता है।

मां डाट काली मंदिर का इतिहास भी अत्यंत रोमांचक है। इसकी स्थापना 220 साल पहले हुई थी, जब यह एक छोटे से जंगल में स्थित था। इसके बाद टनल के निर्माण के कारण मंदिर को अपने स्थान से हटाकर एक नये स्थान पर स्थापित किया गया। मां डाट काली मंदिर के प्रति लोगों का आस्था और समर्पण अद्वितीय है। यहाँ पर आने वाले भक्त न केवल अपनी सारी चिंताओं और संकटों से मुक्ति प्राप्त करते हैं|

मान्यता के अनुसार नया वाहन लेने पर भक्त मां डाट काली मंदिर में आकर दर्शन कर वाहन पर लाल चुनरी बंधवाते हैं। महंत बताते हैं कि मां डाट काली के दर्शन करने और चुनरी बंधवाने से मां भक्तों की रक्षा करती हैं और उनकी यात्रा मंगलमय होती है।

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